पुणे न्यूज डेस्क: भारत में सड़क परिवहन का ढांचा लगातार आधुनिक हो रहा है। देशभर में हाईवे, एक्सप्रेसवे, पुल और सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे यातायात सुगम और तेज़ हो सके। कई परियोजनाएँ पूरी हो चुकी हैं और जनता के लिए खोल दी गई हैं, जबकि कुछ अब भी निर्माणाधीन हैं। इन विकास कार्यों से शहरों, पहाड़ों और तटीय क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर हो रही है, जिससे यात्रा में लगने वाला समय भी कम हो रहा है।
हाल ही में केंद्रीय बजट सत्र के दौरान सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देशभर में चल रही महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि पुणे से संभाजीनगर (औरंगाबाद) के बीच ग्रीन हाईवे बनाया जा रहा है, जिससे पश्चिमी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के बीच यात्रा अधिक तेज़ और सुगम होगी। यह हाईवे करीब ₹15,000 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है और इसके पूरा होने के बाद पुणे से संभाजीनगर की यात्रा, जो पहले 6 घंटे में पूरी होती थी, अब मात्र 2 घंटे में संभव हो जाएगी।
इसी तरह, दिल्ली से कटरा के बीच एक नया हाईवे बनाया जा रहा है, जिससे दिल्ली से वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों को बड़ी सहूलियत मिलेगी। इस हाईवे के पूरा होने पर दिल्ली से कटरा की यात्रा केवल 6 घंटे में पूरी की जा सकेगी। इसके अलावा, जम्मू से श्रीनगर के बीच यात्रा का समय भी 9 घंटे से घटकर मात्र 3 घंटे रह जाएगा, जिससे क्षेत्र में पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
इंदौर से हैदराबाद के बीच भी एक नया हाईवे बनाया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। पहले इस हाईवे को नांदेड़ तक तैयार किया जाएगा और फिर इसे हैदराबाद से जोड़ा जाएगा। इससे मध्य और दक्षिण भारत के बीच परिवहन सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार आएगा, जिससे यात्रियों और व्यापारियों दोनों को लाभ होगा।
सरकार का ध्यान खासकर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों पर केंद्रित है, जहाँ अब तक बुनियादी ढांचे का विकास अपेक्षाकृत धीमा रहा है। जम्मू-कश्मीर में करीब ₹2 लाख करोड़ की परियोजनाएँ चल रही हैं, जिनमें 105 सुरंगों का निर्माण पूरा हो चुका है। ज़ोजिला सुरंग, जो एशिया की सबसे लंबी सुरंग है, ₹5,500 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो चुकी है। इन पहाड़ी और सीमावर्ती इलाकों में सड़क परिवहन को सुदृढ़ करने के लिए NHIDCL (नेशनल हाईवेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड) का गठन किया गया है, जिससे भविष्य में और भी हाईवे और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को गति मिलेगी।