पुणे न्यूज डेस्क: पुणे-हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस में मंगलवार रात ए-4 कोच में बासी खाना मिलने से यात्रियों में हंगामा मच गया। एक महिला ने खाने के खराब होने के कारण उल्टी होने की शिकायत पेंट्रीकार सुपरवाइजर को दी। हालांकि, पेंट्रीकार सुपरवाइजर ने भविष्य में खाने की गुणवत्ता सुधारने का भरोसा देकर यात्रियों को शिकायत से रोक दिया। यात्रियों का कहना है कि टिकट बुकिंग के साथ खाने का पैसा लिया जाता है, लेकिन उसके हिसाब से न तो खाना पर्याप्त मात्रा में होता है और न ही गुणवत्ता में।
यात्री बताते हैं कि हावड़ा-बीकानेर दुरंतो एक्सप्रेस में पुणे की दुरंतों के मुकाबले खाना बेहतर होता है और डिनर के बाद आइसक्रीम जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं। वहीं, पुणे दुरंतो में न तो आइसक्रीम मिलती है और न ही खाद्य सामग्री की गुणवत्ता संतोषजनक होती है। इस वजह से यात्रियों में नाराजगी बढ़ रही है।
रेलवे की खानपान व्यवस्था को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और रेल मदद ऐप पर अक्सर शिकायतें मिलती रहती हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे जोन ने कई बार सुपरवाइजर को पेंट्रीकार और बेस किचन में औचक जांच का आदेश दिया, ताकि शिकायतों को कम किया जा सके। लेकिन इसके बावजूद पेंट्रीकार के खाने में सुधार नहीं हो रहा है।
यात्री और रेल विशेषज्ञ इस स्थिति को गंभीर मानते हैं और मांग कर रहे हैं कि यात्रियों को मिलने वाला खाना उनकी कीमत और मानक के अनुसार सुनिश्चित किया जाए।