पुणे न्यूज डेस्क: पुणे और आसपास के क्षेत्रों में लगातार मूसलाधार बारिश और खडकवासला बांध से पानी छोड़े जाने के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। जिला प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बुधवार सुबह बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और नागरिकों से केवल अत्यंत जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलने की अपील की। उन्होंने प्रशासन और राहत दलों को अलर्ट रहने का निर्देश भी दिया।
पुणे में चारों बांधों में पानी की भरमार के कारण खडकवासला बांध से मुथा नदी में छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा बढ़ाकर 39 हजार क्यूसेक कर दी गई। इसके चलते पुणे के कई सोसायटियों और एकता नगर इलाके में पानी घुस गया है। एकता नगर में कमर तक पानी भर गया है, जिससे भूतल पर रहने वाले लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं और राहत कार्य चुनौतीपूर्ण बन गया है।
एनडीआरएफ के जवानों ने नावों की मदद से बाढ़ग्रस्त घरों में फंसे परिवारों को निकाला। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। प्रशासन ने नागरिकों से घर के अंदर रहने और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। मुथा नदी दो धाराओं में बह रही है, और नदी किनारे बसे गांवों व बस्तियों में अलर्ट जारी किया गया है। पेठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर भी पूरी तरह जलमग्न होने के कारण दर्शन के लिए बंद कर दिया गया।
मावल तहसील में भी भारी बारिश जारी है। आधी रात को गोंडुम्ब्रे में नदी किनारे फंसी एक महिला को ग्रामीणों ने तलेगांव दाभाड़े पुलिस और वन्यजीव संरक्षण मावल संगठन की मदद से बचाया। प्रशासन ने बढ़ते जल स्तर और नदी के बढ़ते प्रवाह को देखते हुए नागरिकों से सतर्क रहने और उचित सावधानी बरतने की अपील की है।