पुणे न्यूज डेस्क: इनकम टैक्स का बोझ कम करने के लिए लोग कई तरीके अपनाते हैं, लेकिन पुणे के रहने वाले अमित उपाध्याय (46) ने एक ऐसा तरीका निकाला है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया। दरअसल, अमित ने अपनी पिछली कंपनी में 20 साल काम किया था, जहां उन्हें सुपरएनुएशन फंड का फायदा मिला। यह फंड उनके वेतन का कर-मुक्त हिस्सा था, जिसमें जमा राशि और उस पर मिलने वाला ब्याज भी टैक्स-फ्री था। कंपनी छोड़ने के बाद भी उन्होंने इस फंड में निवेश जारी रखा, क्योंकि नई कंपनी में ऐसा कोई प्रावधान नहीं था।
अब इस फंड में 2025 तक करीब ₹33 लाख जमा हो चुके हैं। अगर उन्होंने यह रकम अभी निकाल ली, तो उन्हें करीब 30% टैक्स देना पड़ता, जो लगभग ₹10 लाख होता। लेकिन अमित ने इसे निकालने की बजाय इसमें निवेश बनाए रखने का फैसला किया, ताकि वह इस भारी टैक्स से बच सकें। उनका कहना है कि अगर वह 60 साल की उम्र तक इंतजार करते हैं, तो इस फंड का एक तिहाई हिस्सा टैक्स-फ्री मिलेगा और बाकी की राशि से एन्युटी खरीद सकते हैं।
इस पर बीडीओ इंडिया की टैक्स एक्सपर्ट प्रीति शर्मा का कहना है कि ऐसे कम ही अप्रूव्ड फंड हैं, जो रिटायरमेंट के वक्त 100% एकमुश्त निकासी की सुविधा देते हैं। ऐसे मामलों में एक तिहाई रकम टैक्स-फ्री होती है, जबकि बाकी पूरी तरह टैक्सेबल होती है।