पुणे न्यूज डेस्क: मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार को बताया कि देश में और खासतौर से महाराष्ट्र में 14 जून से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के फिर से सक्रिय होने के अनुकूल हालात बन रहे हैं। मॉनसून ने इस साल जल्दी दस्तक दी थी, लेकिन उसके बाद बारिश की रफ्तार थम गई।
महाराष्ट्र में मॉनसून 25 मई को पहुंचा था, लेकिन आगे बढ़ने की प्रक्रिया रुक गई। इस समय मॉनसून की उत्तरी सीमा अहिल्यानगर (पहले अहमदनगर) के पास बनी हुई है। हालांकि, पुणे और आसपास के इलाकों में 12 जून से बारिश शुरू हो सकती है।
आईएमडी के अनुसार, आने वाले दिनों में तटीय आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। हालांकि, देश के कई हिस्सों, खासकर उत्तर भारत में अब तक मॉनसून नहीं पहुंच पाया है।
हालांकि देश के कई राज्यों में सामान्य से कहीं अधिक बारिश दर्ज की गई है, जैसे महाराष्ट्र (1007%), कर्नाटक (234%), तेलंगाना (341%) और मध्यप्रदेश (586%) में। लेकिन बारिश की असमान बंटवारे की वजह से किसान चिंतित हैं और बोवनी का काम रोककर बैठे हैं। एक वैज्ञानिक ने कहा, "खेती के लिए बारिश की मात्रा के साथ-साथ उसका सही समय और बंटवारा भी जरूरी होता है।"