पुणे न्यूज डेस्क: पुणे नगर निगम (पीएमसी) ने जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) से बचाव के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू किया है, जिसका लक्ष्य 1 से 10 साल की उम्र के 10.43 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाना है। इस अभियान के तहत अब तक 1,98,874 बच्चों को टीका लगाया जा चुका है। अभियान के लिए 1238 टीमें तैनात की गई हैं, जो 603 स्कूलों और 637 आंगनवाड़ी केंद्रों तक पहुंच बना रही हैं। इसके अलावा, 8 लाख ऑटो-डिसेबल सिरिंजों की खरीद की गई है, जिनमें से करीब 2 लाख से अधिक का उपयोग हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह अभियान जेई जैसी जानलेवा बीमारी के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाया जा रहा है।
पीएमसी के टीकाकरण अधिकारी डॉ. राजेश दिघे के अनुसार, गर्मियों की छुट्टियों के बाद भी यह अभियान जारी रहेगा ताकि अधिकतम बच्चों तक वैक्सीन पहुंच सके। वर्तमान में स्कूलों की परीक्षाओं और छुट्टियों के चलते कुछ चुनौतियां हैं, लेकिन नगर निगम निजी स्कूलों को भी इसमें शामिल करने के लिए प्रयास कर रहा है। महाराष्ट्र लोक स्वास्थ्य विभाग ने 10 फरवरी 2025 को पुणे, रायगढ़ और परभणी समेत अन्य जिलों में जेई टीकाकरण के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे। इस पहल के तहत पुणे में 1 से 15 वर्ष के करीब 11 लाख बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी, जिससे बीमारी के खतरे को कम किया जा सके।
टीकाकरण को सफल बनाने के लिए 15 क्षेत्रीय कार्यालयों में विशेष निगरानी और समन्वय इकाइयाँ स्थापित की गई हैं। अभियान के तहत 6692 सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें 522 टीकाकरण कर्मी, 365 आशा कार्यकर्ता, 1092 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और 848 शिक्षक सहयोग कर रहे हैं। इसके अलावा, भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) और भारतीय बाल रोग अकादमी (IAP) से भी डॉक्टरों को इस मुहिम में सहयोग देने की अपील की गई है। अतिरिक्त नगर आयुक्त पृथ्वीराज बी.पी. ने सभी विभागों को समन्वय बनाकर इस अभियान को अधिक प्रभावी बनाने का निर्देश दिया है।