पुणे न्यूज डेस्क: बहरागोड़ा प्रखंड के खंडामौदा गांव के आशीष कुमार पैड़ा दस दिनों से लापता हैं, और सच कहें तो परिवार की चिंता अब डर में बदलती जा रही है। 5 नवंबर को आशीष पुणे से घर लौट रहे थे, लेकिन रास्ते में कर्नाटक के पास उनके साथ छिनतई और मारपीट की खबर अचानक परिवार तक पहुंची। यह जानकारी किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर दी, और उसके तुरंत बाद आशीष का फोन बंद हो गया।
यहीं से हालात और उलझ गए—क्योंकि जिसने फोन कर यह सब बताया था, उसका नंबर भी अब उठ नहीं रहा है। परिवार की बेचैनी बढ़ना स्वाभाविक है, और इसी चिंता में आशीष की पत्नी कलाबती पैड़ा ने बरसोल थाना में लिखित शिकायत देकर मदद की गुहार लगाई है। उनके अनुसार अब हर पल सिर्फ एक ही सवाल है—आख़िर आशीष कहाँ हैं?
मामला गंभीर देख कलाबती ने पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी से भी संपर्क किया और पूरी बात बताई। कुणाल ने भी देर नहीं लगाई और तुरंत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा झारखंड पुलिस को ट्वीट कर पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने साफ कहा है कि आशीष को जल्द ढूंढने के लिए प्रशासन तुरंत और सख्त कदम उठाए।
इधर बरसोल पुलिस ने भी अपने स्तर पर खोजबीन शुरू कर दी है। परिवार और गांव वाले उम्मीद लगाए बैठे हैं कि आशीष सुरक्षित मिल जाएं और इस रहस्यमय घटना का सच सामने आ सके।