पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को पुणे में अचानक हुई तेज़ बारिश और उसके बाद के हालात को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हिंजवडी जैसे इलाकों में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पवार ने लोगों से सतर्क रहने और जरूरी एहतियात बरतने की अपील की।
विभिन्न एजेंसियों के बीच तालमेल की कमी पर उठाए सवाल
अजित पवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुणे महानगर क्षेत्र में जलभराव का एक बड़ा कारण अलग-अलग नगर निकायों जैसे एमआईडीसी, पीसीएमसी, पीएमआरडीए और पीएमसी के बीच समन्वय की कमी है। उन्होंने बताया कि अब सभी एजेंसियों को एक साथ लाकर हिंजवडी और आसपास के इलाकों की जल निकासी की व्यवस्था सुधारने का काम शुरू किया गया है। साथ ही PMC और PCMC को नाले साफ करने, सड़कों की मरम्मत और जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य को लेकर भी प्रशासन सतर्क, विभागीय समीक्षा जारी
पवार ने बताया कि बारिश के बाद स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क है। उन्होंने कहा कि 2020 की तर्ज पर इस बार भी हर हफ्ते विभागीय समीक्षा की जा रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में कैबिनेट में स्वास्थ्य की स्थिति पर गंभीर चर्चा होती है और स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश अंबेडकर खुद स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। पवार ने बताया कि केरल के बाद सबसे ज्यादा मरीज पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ में सामने आ रहे हैं।
अस्पताल तैयार, नागरिकों को न घबराने की सलाह
उन्होंने आश्वासन दिया कि पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ के सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड में रखा गया है। अस्पतालों में पर्याप्त बेड, दवाइयां और ऑक्सीजन मौजूद हैं। खासतौर पर बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। पवार ने कहा कि प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है और लगातार हालात पर नज़र रखी जा रही है।