पुणे न्यूज डेस्क: ड्रोन का उपयोग आमतौर पर बाहरी स्थानों में किया जाता है, लेकिन निहारिका कोल्टे अलेकर ने इसके लिए नए उपयोग खोजे। उन्होंने वोलर अल्टा की स्थापना की और ड्रोन को बंद स्थानों में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। यह विचार तब आया जब वे एक कंसल्टेंसी फर्म के साथ काम कर रही थीं और उन्होंने देखा कि तकनीकी परिश्रम में अकुशल तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने ड्रोन को इस क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए उपयोग करने का फैसला किया और अब उनकी कंपनी वोलर अल्टा ड्रोन के माध्यम से बंद स्थानों की निगरानी और निरीक्षण करने में मदद करती है।
निहारिका कोल्टे अलेकर ने उद्योगों में मैन्युअल निरीक्षण की चुनौतियों को देखा, जहां श्रमिकों को खतरनाक परिस्थितियों में काम करना पड़ता है, जैसे कि ऊंची चिमनियों, बड़े टैंकों या बॉयलर में। उन्होंने महसूस किया कि यह न केवल श्रमिकों के लिए जोखिम भरा है, बल्कि दक्षता और सुरक्षा की कमी भी है। उन्होंने समाधान के रूप में ड्रोन का उपयोग करने का फैसला किया, जो सीमित स्थानों में निरीक्षण और रखरखाव के लिए एक सुरक्षित और कुशल तरीका हो सकता है। उन्होंने वोलर अल्टा की स्थापना की और ड्रोन को बंद स्थानों में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया, जिससे उद्योगों में निरीक्षण और रखरखाव की प्रक्रिया में क्रांति आ सकती है।