पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र के पुणे मोटर व्हीकल कोर्ट ने देश में पहली बार ट्रैफिक मामलों के लिए ‘ई-फाइलिंग’ सिस्टम शुरू किया है। कोर्ट में अब ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन से जुड़े केस बिना कागज़ के सीधे ऑनलाइन दर्ज किए जा सकते हैं। 17 मार्च से शुरू हुए इस सिस्टम के जरिए 7 अप्रैल तक 3,560 मामले दर्ज हो चुके हैं। इससे न सिर्फ कोर्ट का कामकाज तेज़ हुआ है, बल्कि यह पूरी तरह पेपरलेस भी हो गया है।
अब पुणे और पिंपरी-चिंचवाड़ की ट्रैफिक पुलिस, RTO इंस्पेक्टर और हाईवे पुलिस को ट्रैफिक केस दर्ज करने के लिए कोर्ट आने की ज़रूरत नहीं है। उन्हें सीधे ऑनलाइन केस फाइल करने की सुविधा मिल गई है। इससे केस प्रोसेसिंग में तेजी आई है और पुराने ढर्रे की तुलना में अब समय और मेहनत दोनों की बचत हो रही है।
पुणे पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त मनोज पाटिल ने बताया कि हर महीने करीब डेढ़ लाख ई-चालान जारी होते हैं, जिनमें से लगभग 15,000 केस कोर्ट तक पहुंचते हैं। पहले की प्रक्रिया लंबी और थकाऊ थी, जिससे पुलिस और कोर्ट दोनों पर दबाव पड़ता था। लेकिन अब ई-फाइलिंग से यह काम आसान हो गया है और केसों का निपटारा जल्दी हो पा रहा है।
नियम तोड़ने के केस जैसे नशे में ड्राइविंग, ओवरस्पीडिंग या रॉन्ग साइड ड्राइविंग के चलते अगर चालान का भुगतान नहीं होता या मामला गंभीर होता है तो केस कोर्ट पहुंचता है। अब ड्राइवर को कोर्ट आने की बजाय ऑनलाइन ही जवाब देने और जरूरी डॉक्युमेंट्स जमा करने की सुविधा मिल गई है। इस डिजिटल बदलाव से केस निपटारे की प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ हो गई है।