पुणे न्यूज डेस्क: पुणे रेल मंडल ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अपने माल यातायात राजस्व लक्ष्य को पार कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। मंडल रेल प्रबंधक राजेश वर्मा और वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक डॉ. मिलिंद हिरवे (आईआरटीएस) के नेतृत्व में, यह लक्ष्य 506.80 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था, जिसे 3.4% की बढ़ोतरी के साथ पार कर 524.14 करोड़ रुपये तक पहुंचा गया है। इस उपलब्धि में चीनी यातायात की उल्लेखनीय वृद्धि ने अहम भूमिका निभाई है। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में जहां 335 रेक भेजे गए थे, जिससे 231.56 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ, वहीं 2024-25 में अब तक 442 रेक लोड किए जा चुके हैं, जिससे 306.41 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है।
इसके अलावा, पुणे डिवीजन ने गुड़ को भी नए यातायात प्रवाह के रूप में शामिल किया है। मिराज, श्रीगोंदा, बेलापुर और कराड से दक्षिण भारत के विभिन्न स्थानों जैसे मनमदुरई जंक्शन, चिपुरुपल्ले, तिरुचिरापल्ली और नेल्लईकुप्पम तक गुड़ की लोडिंग की जा रही है। इस साल अब तक 24 रेक गुड़ लोड किए जा चुके हैं, जिससे रेलवे के राजस्व में और वृद्धि हुई है। यह नया परिवहन प्रवाह पुणे रेल मंडल के व्यापार को और मजबूत कर रहा है।
पुणे डिवीजन की इस सफलता का श्रेय वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक डॉ. मिलिंद हिरवे, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक डॉ. रामदास भिसे और पूरी टीम के समर्पित प्रयासों को जाता है। उनकी रणनीतिक योजना और परिचालन उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता ने दक्षता और राजस्व वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मंडल आने वाले महीनों में भी इस रफ्तार को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और भारतीय रेलवे की सफलता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा।