श्विक हथियार बाज़ार में रिकॉर्ड वृद्धि के बावजूद, चीन की प्रमुख हथियार कंपनियों की आमदनी में पिछले साल भारी गिरावट दर्ज की गई है। स्वीडन के थिंक-टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, हथियार उद्योग की टॉप-100 सूची में शामिल चीन की 8 कंपनियों की कुल कमाई 10% घटकर 88.3 अरब डॉलर रह गई है।
SIPRI ने बताया कि चीन के हथियार निर्माताओं का यह प्रदर्शन जापान और दक्षिण कोरिया की कंपनियों के ठीक विपरीत रहा, जिन्होंने हथियार बिक्री में तेज़ी से वृद्धि दर्ज की है।
प्रमुख कंपनियों को भारी नुकसान
चीन की सबसे बड़ी जमीनी हथियार निर्माता कंपनी, NORINCO, को इस गिरावट से सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है।
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NORINCO की हथियार बिक्री $20.31 अरब से गिरकर पिछले साल $13.97 अरब रह गई, जो लगभग 31% की गिरावट है।
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कंपनी की वैश्विक रैंकिंग भी 10वें स्थान से गिरकर 11वें नंबर पर आ गई है।
इस गिरावट का मुख्य कारण भ्रष्टाचार-रोधी जाँच के बाद आई सरकारी समीक्षाएँ और कॉन्ट्रैक्ट्स में देरी को माना जा रहा है। SIPRI के अनुसार, 2024 में चीन की हथियार खरीद प्रणाली में कई भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते कई बड़े कॉन्ट्रैक्ट या तो आगे बढ़ा दिए गए या रद्द हो गए।
चीन की सबसे बड़ी सैन्य एयरोस्पेस निर्माता कंपनी Aviation Industry Corporation of China (AVIC) ने पिछले साल $20.32 अरब की बिक्री के साथ चीनी कंपनियों में शीर्ष स्थान हासिल किया, लेकिन यह आँकड़ा भी 2023 की तुलना में 1.3% कम था।
टॉप-100 की सूची में शामिल चीन की केवल दो कंपनियों—China State Shipbuilding Corporation और Aero Engine Corporation of China—ने ही अपनी हथियार बिक्री में क्रमशः 8.7% और 9.6% की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की।
जापान और साउथ कोरिया में ज़बरदस्त वृद्धि
चीन की गिरावट के विपरीत, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उसके प्रतिद्वंद्वियों ने प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है।
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जापान: टॉप-100 लिस्ट में शामिल जापान की 5 कंपनियों ने अपनी संयुक्त हथियार बिक्री में 40% की भारी बढ़ोतरी दर्ज करते हुए इसे $13.3 अरब कर दिया।
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दक्षिण कोरिया: दक्षिण कोरिया की 4 हथियार कंपनियों की कुल बिक्री में 31% की बढ़ोतरी हुई, जो $14.1 अरब तक पहुँच गई।
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Hanwha Group: दक्षिण कोरिया के सबसे बड़े हथियार निर्माता Hanwha Group की बिक्री में 2024 में 42% की वृद्धि हुई, जिससे उसकी हथियार कमाई $7.97 अरब हो गई। यह कंपनी SIPRI लिस्ट में 21वें स्थान पर एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सबसे बड़ी गैर-चीनी कंपनी थी।
वैश्विक बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर
अन्य सभी क्षेत्रों में, 2024 में कुल बिक्री बढ़ी। वैश्विक हथियार बिक्री 5.9% बढ़कर $679 अरब के अब तक के सबसे ऊँचे स्तर पर पहुँच गई, जो 2015 की तुलना में 26% अधिक है। यूक्रेन और गाजा के युद्धों, साथ ही बढ़ते वैश्विक और क्षेत्रीय तनावों के कारण यूरोप और अमेरिका में यह बढ़ोतरी सबसे ज्यादा थी।
यह रिपोर्ट दर्शाती है कि जहाँ वैश्विक सैन्य खर्च बढ़ रहा है, वहीं चीन की हथियार कंपनियों को आंतरिक भ्रष्टाचार और खरीद प्रणाली में देरी के कारण बड़ा झटका लगा है, जिससे वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में पिछड़ रही हैं।