पुणे न्यूज डेस्क: निगडी प्राधिकरण क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें तीन मजदूरों की मौत हो गई। ये मजदूर ऑप्टिकल फाइबर केबल का काम करने के लिए टेलीकॉम कंपनी के डक्ट में उतरे थे। पुलिस के मुताबिक, डक्ट के अंदर जहरीली गैस जमा थी, जिसकी वजह से मजदूर बेहोश हो गए और उनकी जान चली गई।
मृतकों की पहचान लखन धावरे (32) और साहेब राव गीर्सेट (36) दोनों बिजलिनगर निवासी, तथा दत्ता हॉनले (38) गुरुद्वारा कॉलोनी निवासी के रूप में हुई है। चौथे मजदूर बाबासाहेब वाघ ने डक्ट में प्रवेश नहीं किया और तुरंत स्थानीय लोगों व फायर ब्रिगेड को सूचना दी। तीनों को निकटवर्ती निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
निगडी पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक महेश बन्सोडे ने बताया कि यह घटना दोपहर करीब 3 बजे हुई। चार कॉन्ट्रैक्ट मजदूर ऑप्टिकल फाइबर निकालने का काम करने पहुंचे थे। सबसे पहले गीर्सेट डक्ट में उतरे और बेचैन हो गए। इसके बाद हॉनले उन्हें बचाने उतरे और जब दोनों का कोई जवाब नहीं मिला तो धावरे भी अंदर चले गए। तीनों की जान इसी कोशिश में चली गई।
बाबासाहेब वाघ, जो चौथे मजदूर थे, ने कहा कि डक्ट करीब 10 फीट गहरा था और पानी से भरा था। अंदर जहरीली गैस होने की आशंका है, जिससे तीनों मजदूरों की मौत हुई। पुलिस ने इस मामले में आकस्मिक मृत्यु का केस दर्ज किया है और जांच पूरी होने के बाद जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।