पुणे न्यूज डेस्क: दलित नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर मंगलवार पेठ के पास डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर स्मारक के लिए भूमि आवंटित करने की मांग की। यह स्थान ससून अस्पताल के पास स्थित है और लंबे समय से यहां स्मारक बनाए जाने की मांग उठ रही है। इस प्रतिनिधिमंडल में अविनाश सालवे, परशुराम वाडेकर और सिद्धार्थ ढेढ़े शामिल थे, जिन्हें केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल का समर्थन प्राप्त था। उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए इस स्थान के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया।
अविनाश सालवे ने बताया कि प्रस्तावित भूमि मौजूदा डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर सभागार के पास है और इस क्षेत्र में एक स्मारक स्थापित करना पश्चिमी महाराष्ट्र के लिए एक अहम कदम होगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मांग को ध्यान से सुनते हुए प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार इस पर विचार करेगी। स्मारक की स्थापना से अंबेडकर अनुयायियों को एक महत्वपूर्ण केंद्र मिल सकता है, जहां वे उनके विचारों को आत्मसात कर सकें।
हालांकि, यह भूमि पहले ही सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत एक निजी बिल्डर को आवंटित की जा चुकी है, जिससे विवाद पैदा हो गया है। कुछ समूह इस भूमि को निजी क्षेत्र को देने के फैसले का विरोध कर रहे हैं और इसे ससून अस्पताल को कैंसर अस्पताल के निर्माण के लिए सौंपने की मांग कर रहे हैं। अब अंबेडकर स्मारक की मांग सामने आने के बाद इस मुद्दे ने और तूल पकड़ लिया है, जिससे सरकार के लिए निर्णय लेना और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है।