पुणे न्यूज डेस्क: देखिए, पुणे में शहरीकरण और ट्रैफिक का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है, लेकिन इस बार वजह है राज्य सरकार के दो बड़े नेताओं के अलग-अलग विचार। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार का मानना है कि मौजूदा हालात में पुणे को तीन नई महानगरपालिकाओं की बेहद जरूरत है, ताकि बढ़ते दबाव को संभाला जा सके। वहीं, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि फिलहाल इसकी कोई जरूरत नहीं है, और सही समय आने पर इस पर विचार किया जाएगा। यानी सरकार के अंदर ही इस मसले पर राय बंटी हुई नज़र आ रही है।
अजीत पवार ने यह बात पिंपरी-चिंचवड दौरे के दौरान कही, जहां उन्होंने खुद शहर के ट्रैफिक और शहरीकरण की बढ़ती चुनौतियों का जायज़ा लिया। उन्होंने कहा कि मुंबई, ठाणे, नई मुंबई और भिवंडी जैसे शहरों में अलग-अलग महानगरपालिकाएं होने से प्रबंधन बेहतर हो पाया है, तो फिर पुणे में भी ऐसा होना चाहिए। उनका तर्क है कि इससे प्रशासनिक काम आसान होगा और विकास की गति तेज़ होगी।
लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आया जब कुछ ही घंटे बाद देवेंद्र फडणवीस भी पुणे पहुंचे। उनसे जब इसी मुद्दे पर सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कर दिया कि अभी इसकी कोई ज़रूरत नहीं है। उनका कहना है कि आने वाले समय में अगर शहरीकरण और बढ़ा, तभी इस विकल्प पर विचार किया जाएगा। यानी, फिलहाल सरकार की प्राथमिकता कहीं और है।
इस तरह, एक ही शहर और एक ही समस्या पर सरकार के दो बड़े नेताओं की अलग सोच ने चर्चा को और तेज़ कर दिया है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस पर क्या सहमति बनती है या यह मतभेद और गहरा होता है।