पुणे न्यूज डेस्क: स्वर कोकिला लता मंगेशकर के नाम पर पुणे में एशिया का सबसे बड़ा अस्पताल बनने जा रहा है। यह घोषणा उनके भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने लता मंगेशकर के 96वें जन्मदिन के मौके पर आयोजित संगीत कार्यक्रम ‘मी लता दीनानाथ’ में की। हृदयनाथ ने बताया कि अस्पताल चालीस एकड़ क्षेत्र में बनेगा और इसमें सभी प्रकार की बीमारियों के लिए अत्याधुनिक सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह अस्पताल लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ मंगेशकर के कार्यों की याद में उनके नाम पर बनवाए गए पुणे के पहले अस्पताल का अनुसरण करेगा।
हृदयनाथ ने कहा कि जैसे पिताजी के कार्य लोगों के लिए प्रेरणा रहे, वैसे ही लता मंगेशकर ने पुणे में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में योगदान देने का निर्णय लिया। यह अस्पताल अगले साल से मरीजों के लिए खुल जाएगा और शहर के स्वास्थ्य ढांचे में एक महत्वपूर्ण बढ़ोतरी करेगा। आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं और विशेषज्ञ डॉक्टर्स की उपलब्धता इसे एशिया का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक अस्पताल बनाएगी।
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मंत्री आशीष शेलार ने मंगेशकर परिवार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि लता मंगेशकर सही मायने में राष्ट्र की सांस्कृतिक दूत हैं। उन्होंने परिवार के योगदान को राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अहम हिस्सा बताया। संगीत के क्षेत्र में लता मंगेशकर का योगदान अतुलनीय है और उनके नाम पर यह अस्पताल समाज के लिए एक बड़ी सेवा साबित होगा।
संगीत कार्यक्रम में वरिष्ठ गायिका उषा मंगेशकर, अभिनेता मोहन जोशी और गायिका मधुरा दातार की उपस्थिति रही। मधुरा दातार को ‘दीदी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम लता मंगेशकर की स्मृति और उनके योगदान को याद करने का एक विशेष अवसर रहा।