पुणे न्यूज डेस्क: पुणे जिले के शिवाजीनगर पुलिस साइबर दस्ते ने जाली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने इन आरोपियों से 28 लाख 66 हजार रुपये के जाली नोट और 2 लाख 4 हजार रुपये के असली नोट जब्त किए हैं। इसके अलावा, नोट छापने के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्री, जैसे प्रिंटर, स्याही, कागज और मोटर भी पुलिस के हाथ लगी है, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। इस मामले की गहन जांच शिवाजीनगर पुलिस द्वारा की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त संदीप सिंह गिल ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि 17 अप्रैल को एक बैंक के कर्मचारियों ने 200 रुपये के जाली नोट जमा करने की शिकायत पुलिस को दी थी। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और जाली नोट जमा करने वाली महिला मनीषा थानेकर को गिरफ्तार किया, जिनके पास से 200 रुपये के 100 जाली नोट बरामद हुए। मनीषा से पूछताछ के दौरान भारती गवांड का नाम सामने आया, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया और उसके पास से 200 रुपये के 300 जाली नोट जब्त किए।
पूछताछ के दौरान भारती ने सचिन यमगर का नाम लिया, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सचिन ने बताया कि उसे जाली नोट कोल्हे उर्फ शेट्टी से मिले थे। पुलिस ने लोहेगांव में कोल्हे के घर पर छापा मारा और वहां से 200 रुपये के नोटों के साथ-साथ नोट छापने की सामग्री और दो लाख रुपये के असली नोट भी बरामद किए। बाद में पुलिस ने प्रभु गूगलजेडी को भी गिरफ्तार कर लिया। इस प्रकार अब तक मनीषा, भारती, सचिन, कोल्हे और प्रभु गूगलजेडी को गिरफ्तार किया जा चुका है और पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।