पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र के बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से जुड़े जबरन वसूली मामले में सीआईडी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत आरोप दर्ज किए हैं। यह कार्रवाई देशमुख परिवार और राजनीतिक दलों के दबाव के बाद हुई है।
सरपंच के भाई ने दी आत्महत्या की धमकी
सरपंच के भाई धनंजय देशमुख ने सोमवार को सरकारी पानी की टंकी पर चढ़कर धमकी दी कि अगर कराड पर हत्या और मकोका के तहत आरोप नहीं लगाए गए तो वह कूद जाएंगे। इससे पहले कराड पर सिर्फ जबरन वसूली का मामला दर्ज था, लेकिन हत्या का आरोप नहीं लगाया गया था।
14 दिन की पुलिस हिरासत के बाद कराड को न्यायिक हिरासत में भेजा गया
वाल्मिक कराड, जो आत्मसमर्पण के बाद 14 दिनों की पुलिस हिरासत में थे, को मंगलवार को परली की स्थानीय अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। हालांकि, अदालत ने पुलिस हिरासत बढ़ाने का अनुरोध खारिज कर दिया। कराड के वकीलों ने जमानत याचिका दायर की, लेकिन सीआईडी ने मकोका के तहत नए आरोप दायर कर दिए।
पवनचक्की परियोजना में वसूली रोकने का आरोप
प्रारंभिक जांच के अनुसार, संतोष देशमुख ने एक ऊर्जा कंपनी पर जबरन वसूली रोकने का प्रयास किया था। पुलिस ने मामले में अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक फरार है। कराड पर बीड जिले में पहले से ही 14 अन्य पुलिस मामले दर्ज हैं।
राजनीतिक दलों और परिवार की मांग
देशमुख परिवार और भाजपा व एनसीपी नेताओं ने कराड को सरपंच की हत्या का मुख्य आरोपी बताते हुए उस पर हत्या का आरोप लगाने की मांग की है। सरपंच संतोष देशमुख का 9 दिसंबर को अपहरण, अत्याचार और हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भारी आक्रोश पैदा किया है।