पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र के पुणे में हुए पोर्शे कार हादसे को एक साल हो गया है, लेकिन इस हादसे में जान गंवाने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियरों के परिजनों को अब तक न्याय नहीं मिला है। इस दर्दनाक घटना में एक तेज रफ्तार पोर्शे कार ने मोटरसाइकिल सवार अश्विनी कोस्टा और अनीश अवधिया को टक्कर मार दी थी, जिससे दोनों की मौत हो गई थी।
अब कब होगी सुनवाई?
इस मामले में नाबालिग आरोपी समेत उसके पिता, दादा और 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तारी के 15 घंटे बाद ही नाबालिग आरोपी को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने जमानत दे दी थी।
पुलिस की ओर से आरोपी पर एडल्ट के रूप में मुकदमा चलाने की याचिका पर अभी तक कोई फैसला नहीं आया है।
अगली सुनवाई 20 मई को होनी है।
परिवार की दर्दभरी आवाज
अनीश अवधिया के पिता ओम अवधिया ने कहा, "हमें फास्ट-ट्रैक सुनवाई का आश्वासन दिया गया था, लेकिन एक साल बाद भी मुकदमा शुरू नहीं हुआ है। हमारा इकलौता बेटा चला गया और कुछ भी उसे वापस नहीं ला सकता, लेकिन हमें न्याय चाहिए।"
नशे में गाड़ी चलाने के खिलाफ मिसाल की उम्मीद
ओम अवधिया ने आगे कहा, "यह मामला नशे में गाड़ी चलाने के खिलाफ एक मिसाल बनेगा और दिखाएगा कि पैसा और प्रभाव कभी कानून को नहीं बदल सकते। हमें आज भी न्याय का इंतजार है।"