पुणे न्यूज डेस्क: गांव के युवक सचिन राजवंशी की पुणे में संदिग्ध हालात में हुई मौत ने उसके परिवार और गांववालों को गहरे सदमे में डाल दिया है। तरमा पंचायत निवासी कृष्णा राजवंशी के इकलौते बेटे सचिन की मौत का सच अब तक रहस्य बना हुआ है।
परिजनों के मुताबिक, सचिन 22 जून को गांव से पुणे कमाने गया था। सात जुलाई की रात फैक्ट्री से वेतन लेने के बाद अचानक किसी फोन कॉल पर वह अपने कमरे से बाहर निकला और फिर वापस नहीं लौटा। उसके साथ काम कर रहे राहुल ने बताया कि अगली सुबह सचिन एक अस्पताल में गंभीर हालत में मिला, जहां डॉक्टरों ने उसे एक्सीडेंट में घायल बताया और लाखों रुपये इलाज के नाम पर वसूले।
परिजनों ने जैसे-तैसे पैसे जुटाकर इलाज करवाया, लेकिन हालात नहीं सुधरे। एक स्थानीय युवक की मदद से जब सचिन को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया तो डॉक्टरों ने बताया कि उसे बुरी तरह पीटा गया था। होश में आते ही सचिन ने बेतरतीब कुछ शब्द कहे और फिर हमेशा के लिए दुनिया छोड़ गया। शव लाने तक के लिए परिवार को 60 हजार रुपये जुटाने पड़े।
आखिर सचिन की मौत हादसा थी या किसी साजिश का नतीजा — इसका जवाब किसी के पास नहीं है। गांव में पसरा सन्नाटा, परिजनों की आंखों से बहते आंसू और हर किसी के मन में उठता यही सवाल कि आखिर सचिन के साथ पुणे में क्या हुआ?