पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) की पुणे यूनिट ने मंगलवार को पुणे के कोंढवा क्षेत्र और ठाणे जिले के मुम्ब्रा में कई स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई पिछले महीने कोंढवा के सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुबैर हांगरेकर (37) की गिरफ्तारी के बाद की जा रही जांच के तहत की गई थी। हांगरेकर पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-कायदा से संबंधित साहित्य रखने का आरोप था। वरिष्ठ ATS अधिकारी ने बुधवार को बताया कि छापेमारी के दौरान कोई नई गिरफ्तारी या हिरासत नहीं हुई।
छापेमारी के दौरान मुम्ब्रा के कौसा इलाके में स्थित किफायत सोसायटी में पूर्व इंजीनियरिंग कॉलेज के एक प्रोफेसर के घर पर ATS के लगभग 15 अधिकारी मौजूद थे। बाद में उनकी टीम ने प्रोफेसर के भाई के कुर्ला स्थित आवास की भी जांच की। प्रोफेसर की पत्नी ने मीडिया से कहा कि उनका पति किसी भी अल-कायदा से जुड़े व्यक्ति से संबंधित नहीं है और सिर्फ शांतिपूर्ण रूप से धर्म का प्रचार करते हैं। उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल और हार्ड डिस्क जब्त कर ली गई है, जिसे उनके बच्चे का बताया जा रहा है, और इस प्रकार का उत्पीड़न परिवार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाता है।
ATS अधिकारी ने कहा कि इस मामले और दिल्ली विस्फोट मामले के बीच फिलहाल कोई संबंध नहीं पाया गया है। जांच का उद्देश्य यह निर्धारित करना है कि क्या हांगरेकर के महाराष्ट्र में हाल की घटनाओं जैसे जम्मू-कश्मीर, फरीदाबाद और दिल्ली से कोई संभावित कनेक्शन है। हांगरेकर को 27 अक्टूबर को पुणे रेलवे स्टेशन से चेन्नई से लौटते समय गिरफ्तार किया गया था, और उसकी लैपटॉप से अल-कायदा से जुड़े साहित्य मिले थे।
हांगरेकर की गिरफ्तारी के बाद 28 और 29 अक्टूबर की रात को ATS ने कोंढवा और मुमिनपुरा क्षेत्रों में 10 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें 10 मोबाइल और कुछ उर्दू और अरबी साहित्य जब्त किया गया। ATS के अनुसार ये मोबाइल उन 10 लोगों के थे, जो हांगरेकर के संपर्क में थे।