पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र के पुणे की रहने वाली एक 14 साल की नाबालिग लड़की की जबलपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। दरअसल, लड़की को अगवा करके किसी युवक ने जबरदस्ती जहर खिला दिया था। हालत बिगड़ने पर उसे नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 16 जून की रात उसकी मौत हो गई। मरने से पहले लड़की ने पुलिस को बयान दिया कि वो जीना चाहती थी, लेकिन युवक ने जबरन उसे जहर दे दिया।
घटना का पता तब चला जब 13 जून को शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस में नैनपुर स्टेशन के पास टिकट चेकिंग के दौरान लड़की बेहोशी की हालत में मिली। टीटीई ने इसकी जानकारी तुरंत जीआरपी नैनपुर को दी। मौके पर पहुंची जीआरपी ने लड़की को ट्रेन से रेस्क्यू किया और पहले विक्टोरिया अस्पताल और फिर हालत गंभीर होने पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
17 जून को पुणे पुलिस, मृतका के परिजनों को लेकर जबलपुर पहुंची। वहां डॉक्टरों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम करवाया गया और फिर शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजन शव को एंबुलेंस से पुणे ले गए। लड़की की मां ने आरोप लगाया कि 26 मई को करन सिंह नाम का युवक उनकी बेटी को अगवा करके ले गया था, जिसकी रिपोर्ट उन्होंने पुणे के बंड गार्डन थाने में दर्ज कराई थी।
लड़की की मां का कहना है कि आरोपी करन सिंह राठौड़ ने उनकी बेटी को जहर देकर उसकी हत्या कर दी और उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए। इस मामले में जीआरपी थाना प्रभारी बलराम यादव ने बताया कि हमने लड़की को ट्रेन से बचाया था और इलाज के बाद भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। अब केस की जांच पुणे पुलिस द्वारा की जाएगी, जिसके लिए केस डायरी उन्हें सौंप दी गई है।