ताजा खबर
BAPS: सेवा और मानवता का सच्चा उदाहरण   ||    मुंबई-पुणे बस में हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार: यात्रियों से कीमती सामान की चोरी का खुलासा   ||    “स्वदेशी हथियारों से हुई थी Operation Sindoor में जीत”, वायु सेना दिवस पर बोले एयर चीफ मार्शल   ||    Nobel Prize 2025: सुसुमु, रिचर्ड और एम याघी को मिला केमिस्ट्री में नोबेल प्राइज, क्या है वो खोज जिसन...   ||    IMD Weather Update:अक्टूबर में पड़ेगी जबरदस्त ठंड, 15 किमी की गति से चलेंगी हवाएं, पहाड़ों पर बर्फबा...   ||    कर्नाटक में BJP नेता की पीट-पीटकर हत्या, पुलिस ने बताई ये वजह   ||    IPS पूरन कुमार सुसाइड में बड़ा खुलासा, 10 आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप   ||    PM Kisan 21th Installment Date: किसानों को दिवाली से पहले मिलेगी किस्त, वितरण शुरू   ||    ‘रूस इस साल यूक्रेन की 5000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कर चुका कब्जा’, राष्ट्रपति पुतिन का बड़ा दावा   ||    अफगान सीमा के पास पाकिस्तानी सेना पर बड़ा हमला, 11 की मौत, TPP ने ली जिम्मेदारी   ||   

Madhya Prdesh Election 2023 : BJP की प्रचंड जीत की ये हैं 10 सबसे बड़ी वजहें

Photo Source :

Posted On:Monday, December 4, 2023

मध्य प्रदेश में बीजेपी एक बार फिर सत्ता में आ रही है. 18 साल तक सत्ता में रहने के बावजूद राज्य की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को भारी बहुमत दिया है. इसकी सबसे बड़ी वजह शिवराज सिंह चौहान की 'लाडली ब्राह्मण' योजना बताई जा रही है. आइए जानते हैं बीजेपी की जीत के 10 बड़े कारण क्या हैं.

1 लाड़ली बहाना योजना

जब भी देश भर में चुनाव होते थे तो महिलाओं को मूक मतदाता माना जाता था। महिला वोटरों को शिक्षित करना नेताओं के लिए टेढ़ी खीर साबित हुआ. लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने 10 जून से लाडली ब्राह्मण योजना लागू कर दी है. इस योजना के तहत महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपये दिए जाते हैं. चुनाव नजदीक आते ही यह राशि बढ़ाकर 1250 रुपये कर दी गई। आगे बढ़ते हुए बीजेपी ने कहा है कि योजना से मिलने वाली राशि को बढ़ाकर 3,000 रुपये कर दिया जाएगा.

2. सरकारी कर्मचारियों के लिए विज्ञापन

चुनावी साल में प्रदेश अध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के हर विभाग और हर वर्ग के कर्मचारियों के लिए घोषणा की है. ये कारवां चुनाव से ठीक 6 महीने पहले शुरू हुआ और आचार संहिता के साथ ख़त्म हुआ. शिवराज सिंह चौहान ने शासन व्यवस्था की अंतिम इकाई पंचायत सचिवों और रोजगार सहायकों की वेतन वृद्धि के साथ-साथ और भी घोषणाएं कीं. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग में आशा कार्यकर्ताओं के वेतन में बढ़ोतरी की भी चर्चा है. वहीं अतिथि विद्वानों के लिए सरकार ने उनका वेतन दोगुना कर दिया है.

3. आदिवासी वोटरों पर फोकस

मध्य प्रदेश की लगभग 21 प्रतिशत आबादी आदिवासी समुदाय की है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का मध्य प्रदेश के आदिवासी इलाकों में दौरा बढ़ गया. वर्ष 2022 में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम आदिवासी समुदाय की रानी कमलापति के नाम पर रखा गया। इसके अलावा जुलाई 2023 में प्रधानमंत्री मोदी ने शहडोल का दौरा किया था. यहां पीएम मोदी ने आदिवासियों से खास तौर पर मुलाकात की. इतना ही नहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान समय-समय पर आदिवासी इलाकों का दौरा भी करते हैं.

4. प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और दौरे

प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दो साल में मध्य प्रदेश में अपने दौरे बढ़ाए हैं. पिछले साल कमलापति चार साल बाद रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने आए थे, जिसके बाद पीएम मोदी का दौरा तेजी से बढ़ गया. चुनावी महीने में प्रधानमंत्री मोदी 15 दौरे कर चुके हैं. इन दौरों के दौरान पीएम मोदी ने करीब 72 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया है. जुलाई में जब पीएम मोदी शहडोल दौरे पर थे तो एक गाना लॉन्च हुआ था- एमपी के मन में मोदी, मोदी के मन में एमपी. जनता ने भाजपा को जनादेश देकर यह साबित कर दिया है।

5. केंद्रीय मंत्री समेत बड़े नेताओं की रैली

इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी का टीम समन्वय बेहतरीन रहा। इसके अलावा अपने स्टार प्रचारकों में देशभर से 40 बड़े नेताओं को मध्य प्रदेश चुनाव मैदान में उतारा था. साथ ही इन नेताओं ने उन नेताओं को भी मनाया जिनका टिकट काटा गया है. बीजेपी नेताओं ने बेहतर डैमेज कंट्रोल किया. इसके अलावा जिन सीटों पर भाजपा प्रत्याशी कमजोर थे, वहां पर 2 से 3 बड़े नेताओं की जनसभाएं हुईं।

6. डबल इंजन सरकार

भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में डबल इंजन सरकार की रणनीति पर भरोसा किया. इस बार बीजेपी ने इन चुनावों में केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि का जोरदार प्रचार किया था. किसान सम्मान निधि के तहत केंद्र सरकार किसानों को सालाना 6000 रुपये और राज्य सरकार 4000 रुपये देती है. केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान कार्ड योजना और उज्ज्वला योजना पर काफी ध्यान दिया गया है. ऐसे में बीजेपी ने डबल इंजन के दम पर प्रचार किया.

7. कांग्रेस के प्रचार अभियान में देरी

भारतीय जनता पार्टी ने सरकार में रहते हुए एक साल पहले ही चुनाव प्रचार शुरू कर दिया था. वहीं, कांग्रेस पार्टी ने चुनाव प्रचार शुरू करने में काफी देरी की, जिसका फायदा बीजेपी को हुआ. अगर लोग बदलाव चाहते हैं तो वे बेहतर विकल्प तलाशते हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने जनता तक पहुंचने में देरी की. चुनाव से करीब 3 महीने पहले कांग्रेस आंशिक रूप से सक्रिय हुई. यही एक फैक्टर बीजेपी के लिए फायदेमंद साबित हुआ.

8.शिवराज की लोकप्रियता

बीजेपी की जीत की एक बड़ी वजह शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता है. मध्य प्रदेश में बीजेपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता कांग्रेस के सीएम कमलनाथ से कहीं ज्यादा है. प्रदेश में कमल नाथ की तुलना में शिवराज सिंह चौहान का चेहरा जनता के बीच ज्यादा लोकप्रिय था.

9. हिंदुत्व पर जोर

चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने खुलकर हिंदुत्व पर जोर दिया. एमपी में योगी आदित्यनाथ और हिमंत बिस्वा सरमा की रैलियां हुईं, सभी में राम मंदिर का जिक्र हुआ. इसके साथ ही बीजेपी ने मध्य प्रदेश चुनाव में किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है.

10. प्रदेश में मंदिरों की तस्वीर बदल दी

शिवराज सरकार ने हिंदुत्व पर जोर देकर प्रदेश के कई मंदिरों की छवि बदल दी. इनमें उज्जैन में महाकाल लोक, सलकनपुर में देवलोक, ओरछा में रामलोक, चित्रकूट में दिव्य वनवासी लोक शामिल हैं।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.