जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस निर्दोष नागरिकों पर हमले की कड़ी निंदा की है और पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। इस हमले में 26 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
महासचिव ने जताई संवेदना
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा,
"एंटोनियो गुटेरेस 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसमें कम से कम 28 लोगों की जान गई। नागरिकों के खिलाफ हिंसा किसी भी परिस्थिति में न्यायसंगत नहीं हो सकती।"
उन्होंने कहा कि महासचिव ने पीड़ितों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
बैसरन घाटी में हुआ हमला
गौरतलब है कि यह आतंकी हमला मंगलवार दोपहर कश्मीर के प्रमुख पर्यटक स्थल बैसरन घाटी में हुआ, जहां 26 लोगों को गोलियों से भून दिया गया। हमले में मारे गए लोगों में 2 विदेशी नागरिक (यूएई और नेपाल), 2 स्थानीय लोग, और शेष पर्यटक थे, जो भारत के विभिन्न हिस्सों से कश्मीर घूमने आए थे।
यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
वैश्विक स्तर पर हो रही निंदा
इस जघन्य हमले की दुनियाभर में कड़ी आलोचना हो रही है। कई वैश्विक नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ एकजुटता दिखाई है।
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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, “भारत के निर्दोष नागरिकों पर हुआ यह हमला मानवता के खिलाफ है। हम भारत के साथ खड़े हैं।”
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले को “निंदनीय और दुखद” बताते हुए पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्वीट कर कहा कि, “हम आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ हैं और इस दुःख की घड़ी में हम भारतीयों के साथ खड़े हैं।”
भारत में आक्रोश और अलर्ट
हमले के बाद भारत में व्यापक आक्रोश है। कई शहरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और संवेदनशील स्थानों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले को कायराना हरकत बताया और हमलावरों को कड़ी सजा दिलाने का भरोसा दिया।
निष्कर्ष
पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला एक बार फिर यह दिखाता है कि आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए खतरा बना हुआ है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव से लेकर वैश्विक नेताओं तक सभी ने इस हमले की एक स्वर में निंदा की है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि नागरिकों को निशाना बनाना किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं हो सकता।
भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूत करेगा और शांति के दुश्मनों को करारा जवाब देगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय का यह समर्थन भारत के लिए एक सशक्त कूटनीतिक संदेश है