पुणे न्यूज डेस्क: पुणे में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजीत पवार ने सोमवार को 'पिंक ई-रिक्शा' योजना के तहत महिलाओं को चाबियाँ सौंपीं। यह योजना राज्य सरकार की ओर से महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। अजीत पवार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस कार्यक्रम की झलक साझा करते हुए बताया कि पुणे में यह भव्य वितरण समारोह हर्ष और गर्व के साथ संपन्न हुआ। उन्होंने लिखा कि पुणे, जो छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत से जुड़ा हुआ है और महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी माना जाता है, में इस योजना की शुरुआत करना उनके लिए गर्व की बात है।
इस मौके पर अजीत पवार ने कहा कि इस योजना का मकसद सिर्फ महिलाओं को वाहन देना नहीं है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना और उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान दिलाना है। उन्होंने कहा कि एक महिला जब सशक्त होती है तो वह न सिर्फ खुद को, बल्कि पूरे परिवार को आगे बढ़ाने में सक्षम होती है। महिला चालकों को उन्होंने सलाह दी कि पुरुष यात्रियों को बिठाने से पहले उनकी तस्वीर लें और उसे अपने परिवार के साथ साझा करें, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि पिंक ई-रिक्शा, महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा का एक बेहतर माध्यम बनकर उभरेगा।
कार्यक्रम के दौरान अजीत पवार ने सभी लाभार्थियों को नए जीवन की शुरुआत के लिए शुभकामनाएं दीं और महायुति सरकार की ओर से यह भरोसा भी दिलाया कि राज्य में महिलाओं को हर स्तर पर आगे बढ़ने के समान अवसर मिलेंगे। उन्होंने 2024 के विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन को समर्थन देने वाली सभी महिलाओं का आभार जताया और कहा कि सरकार हर महिला के साथ मजबूती से खड़ी है। महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में महिलाएं एक अहम भूमिका निभाएंगी और सरकार इसके लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।