पुणे न्यूज डेस्क: पटना में पुणे के व्यापारी लक्ष्मण शिंदे की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला है कि जिस गैंग ने शिंदे की हत्या की, उसने बीते तीन महीनों में गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र और कर्नाटक के सात अन्य व्यापारियों को भी अगवा कर उनसे करीब 1.6 करोड़ रुपये की फिरौती वसूली थी। अब तक इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में पकड़ा गया आरोपी वही ड्राइवर है जिसने शिंदे को एयरपोर्ट से उठाया था।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रंजीत पटेल उर्फ मुन्ना, लाल बिहारी, विकास कुमार, सुमित कुमार, संगीता कुमारी उर्फ छोटी, कुंदन कुमार, विपात्र कुमार और सचिन रंजन शामिल हैं, जो अब न्यायिक हिरासत में हैं। यह गैंग नालंदा, वैशाली और नवादा जिले के अपराधियों का है। गैंग व्यापारियों को झूठे व्यापारिक सौदों का झांसा देकर पटना बुलाता था और एयरपोर्ट के पास से अगवा कर लेता था।
पुलिस के अनुसार, गैंग ने झारखंड के दीपक कुमार कनोडिया से 50 लाख, महाराष्ट्र के शंभाजी से जनवरी में, कर्नाटक के महेंद्र चौधरी और गुजरात के कई व्यापारियों से फरवरी में मोटी रकम वसूली थी। सभी से UPI के जरिए पैसे ट्रांसफर करवाए गए। गैंग ने सभी व्यापारियों को डराकर छुड़वाया।
पुणे के व्यापारी शिंदे को भी ऐसे ही फंसाकर 11 अप्रैल को एयरपोर्ट से अगवा किया गया और नालंदा जिले के हिलसा में रखा गया। वहीं मारपीट कर उसका ATM कार्ड छीन लिया और बिना पासवर्ड के 40 हजार निकाले। उसके खाते में 12 लाख रुपये थे, लेकिन पिन न पता होने की वजह से ज्यादा पैसे नहीं निकाल सके। ज्यादा मारपीट की वजह से शिंदे की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और विजय, सिंटू, अमन, मंगल समेत छह आरोपी अब भी फरार हैं। पुलिस उनके बैंक खाते, मोबाइल और लैपटॉप की जांच कर रही है।