भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 9 अप्रैल 2025 को रेपो रेट में 25 आधार अंकों (bps) की कटौती की थी। इसके बाद से देश के कई बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और सेविंग अकाउंट पर मिलने वाली ब्याज दरों में कटौती कर दी है। हालांकि, ब्याज दरों में लगातार हो रही गिरावट के बीच भी कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक अब भी वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) को फिक्स्ड डिपॉजिट पर आकर्षक रिटर्न दे रहे हैं। यदि आप भी सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर ब्याज कमाना चाहते हैं, तो यह आपके लिए बेहतरीन अवसर हो सकता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट पर अब भी बरकरार है आकर्षण
जहां एक ओर रेपो रेट में कटौती से होम लोन और अन्य लोन सस्ते हो गए हैं, वहीं फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज दर घटने लगा है। लेकिन कुछ छोटे वित्तीय बैंक (Small Finance Banks) वरिष्ठ नागरिकों को अब भी 8% से ज्यादा का ब्याज दे रहे हैं, जो मौजूदा आर्थिक माहौल में काफी फायदेमंद माना जा सकता है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट आज भी एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है, क्योंकि यह न सिर्फ सुरक्षित होता है बल्कि नियमित आय का भी साधन बनता है। खासकर रिटायरमेंट के बाद स्थिर आमदनी के लिए एफडी एक बेहतर विकल्प माना जाता है।
कौन सा बैंक दे रहा है सबसे ज्यादा ब्याज?
अगर आप सोच रहे हैं कि कहां निवेश करें, तो नीचे कुछ बैंकों की ब्याज दरों की सूची दी गई है जो वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर शानदार रिटर्न दे रहे हैं:
बैंक का नाम |
वार्षिक ब्याज दर (%) |
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक |
9.10% |
नॉर्थईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक |
9.00% |
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक |
8.75% |
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक |
8.75% |
यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक |
8.65% |
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक |
8.25% |
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की अवधि वाली एफडी पर सबसे अधिक 9.1% का ब्याज दे रहा है। इसके अलावा, नॉर्थईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक 9% ब्याज दे रहा है, जो मौजूदा बाजार परिस्थितियों में एक बेहतरीन रिटर्न माना जा सकता है।
निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान
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सुरक्षा: फिक्स्ड डिपॉजिट सुरक्षित निवेश विकल्प है, लेकिन स्मॉल फाइनेंस बैंकों में निवेश करते समय बैंक की वित्तीय स्थिरता और डीआईसीजीसी (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) बीमा कवर को ध्यान में रखें। भारत में डीआईसीजीसी द्वारा प्रति जमाकर्ता प्रति बैंक 5 लाख रुपये तक का बीमा सुरक्षा दी जाती है।
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ब्याज भुगतान का विकल्प: एफडी में ब्याज मासिक, तिमाही, छमाही या वार्षिक आधार पर प्राप्त किया जा सकता है। अपनी जरूरत के अनुसार ब्याज भुगतान का विकल्प चुनें।
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लॉक-इन अवधि और प्रीमैच्योर विड्रावल: एफडी निवेश में तय अवधि से पहले पैसे निकालने पर पेनल्टी लग सकती है। इसलिए निवेश से पहले अपनी लिक्विडिटी जरूरतों का ध्यान रखें।
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नॉमिनेशन सुविधा: फिक्स्ड डिपॉजिट में नॉमिनी जरूर जोड़ें ताकि किसी अनहोनी की स्थिति में आपके परिजनों को पैसे प्राप्त करने में दिक्कत न हो।
निष्कर्ष
फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करना अब भी सीनियर सिटीजन के लिए एक शानदार विकल्प है, खासकर जब कुछ बैंक 8% से 9% तक का ब्याज दे रहे हैं। अगर आप भी अपने निवेश पर सुरक्षित और आकर्षक रिटर्न चाहते हैं, तो इन बैंकों के एफडी विकल्पों पर जरूर विचार करें। बाजार में बदलती ब्याज दरों के बीच समझदारी से किया गया निवेश आपको आर्थिक सुरक्षा और स्थिरता प्रदान कर सकता है।