प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अत्याधुनिक नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (NMIA) का उद्घाटन किया, जो महाराष्ट्र के विमानन और आर्थिक परिदृश्य के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। लगभग 19,650 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह हवाई अड्डा न सिर्फ मुंबई की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा, बल्कि मुंबई, पुणे और कोंकण क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को भी महत्वपूर्ण बढ़ावा देने की उम्मीद है।
छत्रपति शिवाजी महाराज एयरपोर्ट का घटेगा भार
यह नया एयरपोर्ट एक बड़ी जरूरत को पूरा करेगा। इसके शुरू होने से मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (CSMIA) जो कि पहले से ही अपनी क्षमता से अधिक भीड़भाड़ वाला रहता है, उस पर से भार कम होगा। NMIA मुंबई महानगरीय क्षेत्र की बढ़ती हवाई यातायात की मांगों को पूरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प प्रदान करेगा, जिससे यात्रियों को बेहतर और सुगम यात्रा अनुभव मिल सकेगा।
'हवाई चप्पल' पहनने वाला भी करेगा हवाई यात्रा
हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने अपने 2014 के सपने को फिर से याद किया कि कैसे देश का "हवाई चप्पल पहनने वाला" गरीब व्यक्ति भी हवाई यात्रा कर सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस सपने को साकार करने के लिए देश भर में नए हवाई अड्डों की स्थापना आवश्यक है।
PM मोदी ने देश के विमानन बुनियादी ढांचे के तेजी से विस्तार पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस तरह उनकी सरकार ने विमानन क्षेत्र को प्राथमिकता दी है:
"2014 में, भारत में 74 हवाई अड्डे थे; अब हमारे पास 160 से ज़्यादा हवाई अड्डे हैं।"
यह आंकड़ा दिखाता है कि पिछले एक दशक में देश में हवाई अड्डों की संख्या दुगुनी से भी अधिक हो गई है। यह विस्तार देश के दूर-दराज के क्षेत्रों को भी विमानन नेटवर्क से जोड़ रहा है, जिससे आम नागरिक के लिए हवाई यात्रा सुलभ हो रही है।
भविष्य की कनेक्टिविटी का प्रवेश द्वार
नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा आधुनिक तकनीक और पर्यावरण-अनुकूल सुविधाओं से लैस है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह एयरपोर्ट मुंबई को एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक प्रमुख विमानन केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। बेहतर कनेक्टिविटी से विदेशी निवेश आकर्षित होगा और मेक इन इंडिया जैसी पहलों को भी बल मिलेगा।
NMIA का उद्घाटन सिर्फ एक एयरपोर्ट का शुभारंभ नहीं है, बल्कि भारत के तेजी से बढ़ते आर्थिक और विमानन क्षेत्र की महत्वाकांक्षाओं का प्रतीक है। यह महाराष्ट्र और पूरे देश के लिए विकास, रोजगार और वैश्विक संपर्क का एक नया प्रवेश द्वार बनने के लिए तैयार है।