ताजा खबर
Fact Check: क्या बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की हो गई घोषणा? जानें क्या है दावे का पूरा सच   ||    इतिहास में 8 जुलाई: जानिए इस तारीख से जुड़ी 8 महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं   ||    Love Rashifal: चंद्र गोचर के प्रभाव से 3 राशियों की लाइफ में खिलेंगे प्यार के फूल, कम होंगी दूरियां   ||    वियान मुल्डर ने इस व्यक्ति के कहने पर नहीं तोड़ा ब्रायन लारा का नाबाद 400 रनों का रिकॉर्ड, हुआ बड़ा खु...   ||    IND vs ENG: MCC ने आलोचकों की बोलती की बंद, जो रूट के विकेट पर नो बॉल नहीं देने के विवाद पर दी सफाई   ||    यश दयाल पर यौन उत्पीड़न के मामले में FIR हुई दर्ज, पीड़िता ने जड़े गंभीर आरोप   ||    सिर्फ 121 रुपये रोजाना और बेटी की शादी तक मिलेंगे 27 लाख! कमाल है LIC की ‘कन्यादान पॉलिसी’   ||    अडानी पावर की 4,000 करोड़ की डील; कंपनी ने पूरा किया विदर्भ पावर का अधिग्रहण   ||    Gold Rate Today: फिर से चढ़ गए गोल्ड के भाव, 1 लाख के करीब पहुंची कीमत, यहां देखें लेटेस्ट अपडेट   ||    पुणे में IT प्रोफेशनल ने दोस्त पर लगाया दुष्कर्म का झूठा आरोप, पुलिस जांच में खुली सच्चाई   ||   

जर्मन सरकार ने कट्टर दक्षिणपंथी ग्रुप राइख सिटीजन पर लगाया बैन, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Tuesday, May 13, 2025

मुंबई, 13 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जर्मन सरकार ने देश के सबसे बड़े कट्टर दक्षिणपंथी ग्रुप 'राइख सिटीजन' पर बैन लगा दिया है। यह संगठन खुद को जर्मनी का साम्राज्य कहता है और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करना चाहता है। इसके चार नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। कई राज्यों में 800 पुलिस अधिकारी इस ग्रुप की प्रापर्टी और प्रमुख सदस्यों के घरों की तलाशी ले रहे हैं। जर्मनी के इंटरनल मिनिस्टर अलेक्जेंडर डोब्रिंड्ट ने कहा इस संगठन के सदस्यों में हमारे देश में अलग राज्य बनाने की कोशिश की और आर्थिक अपराधों को बढ़ावा दिया। इन लोगों ने यहूदी विरोध झूठी कथाओं को सहारा लिया और देश की सत्ता पर दावा किया।

राइख सिटीजन ग्रुप जिसे रीच्सबर्गर ग्रुप भी कहा जाता है कि शुरुआत 1980 के दशक में हुई थी। इसके मेंबर देश के अलग अलग हिस्सों में फैले हुए हैं। ये लोग जर्मनी को एक देश के तौर पर मान्यता नहीं देता है। इसका दावा है कि जर्मनी का ऐतिहासिक राइख साम्राज्य अभी भी मौजूद है। इस ग्रुप के मेंबर देश की लोकतांत्रिक और संवैधानिक सिस्टम जैसे संसद, कानून या अदालतों की अनदेखी करते हैं। वे टैक्स और जुर्माना देने से भी इनकार करते हैं। ये लोग अदालती आदेशों की अनदेखी करते हैं और कभी-कभी अपने पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस खुद ही छाप लेते हैं। इसके साथ ही खुद को सम्राट भी घोषित कर देते हैं। राइख सिटीजन ग्रुप का दावा है जर्मनी एक आजाद देश नहीं है, बल्कि सेकेंड वर्ल्ड वॉर में जिन देशों की जीत हुई थी उनके द्वारा बनाई गई एक प्राइवेट कंपनी है। यहां रहने वाले लोग इस कंपनी के वर्कर्स हैं। अपनी इस बात को साबित करने के लिए ये ग्रुप कहता है कि सेकेंड वर्ल्ड वॉर में जर्मनी ने आत्म समर्पण कर दिया था, लेकिन किसी शांति समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए थे, क्योंकि उस वक्त कोई जर्मन सरकार नहीं थी जो इस पर हस्ताक्षर करती। तब मित्र देशों (ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी, रूस) ने मिलकर एक देश बनाया जो असल में एक प्राइवेट कंपनी है।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.