पंजाब में कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड और वर्षों से अपराध की दुनिया में सक्रिय हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया आखिरकार अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों की गिरफ्त में आ गया है। अमेरिका के स्कारमेंटो में हुई इस गिरफ्तारी ने भारत और अमेरिका दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी राहत दी है। एफबीआई के डायरेक्टर काश पटेल ने खुद इसकी पुष्टि की है और इस संयुक्त कार्रवाई की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है।
एफबीआई डायरेक्टर का बड़ा बयान
एफबीआई प्रमुख काश पटेल ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से एक पोस्ट करते हुए लिखा, “हरप्रीत सिंह, अमेरिका में अवैध रूप से रह रहा एक कथित विदेशी आतंकवादी गिरोह का हिस्सा है। हमें विश्वास है कि वह भारत और अमेरिका में पुलिस स्टेशनों पर हुए हमलों की साजिशों में शामिल था। एफबीआई स्कारमेंटो यूनिट ने भारतीय एजेंसियों और स्थानीय सुरक्षा विभाग के साथ मिलकर बेहतरीन कार्य किया है। न्याय होगा।”
18 अप्रैल को हुई गिरफ्तारी
हैप्पी पासिया को 18 अप्रैल 2025 को एफबीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया। उस पर अवैध इमिग्रेशन, आतंकी साजिश और पुलिस प्रतिष्ठानों पर हमलों की योजना बनाने जैसे गंभीर आरोप हैं। पासिया को इस समय अमेरिका की आईसीई (इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंट) की हिरासत में रखा गया है और संभावना है कि उसे जल्द ही भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा।
भारत में वांटेड आतंकी, 5 लाख का इनाम
हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों में शामिल है। पंजाब में हुए 14 पुलिस थानों पर हमलों में उसका नाम सामने आया था, जिनमें से कई मामलों की जिम्मेदारी उसने सोशल मीडिया पर खुद ली थी। भारत सरकार ने उस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। जांच में यह भी सामने आया है कि पासिया का संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और बब्बर खालसा इंटरनेशनल जैसे आतंकी संगठनों से रहा है।
आतंक के नेटवर्क को तोड़ने की बड़ी सफलता
इस गिरफ्तारी को भारत-अमेरिका के संयुक्त प्रयासों की एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ सख्त और समन्वित कार्रवाई में लगे हुए हैं। काश पटेल ने इस बात पर जोर दिया कि एफबीआई दुनिया में कहीं भी छिपे अपराधियों और आतंकवादियों को ढूंढ़ निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
आगे क्या?
सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार हैप्पी पासिया के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ा रही है। उसके खिलाफ एनआईए और पंजाब पुलिस पहले ही कई केस दर्ज कर चुकी हैं। भारत में लाए जाने के बाद उससे पाकिस्तानी नेटवर्क, भारत में चल रही आतंकी गतिविधियों, और फंडिंग स्रोतों के बारे में गहन पूछताछ की जाएगी।
निष्कर्ष
हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक पूरे आतंकी नेटवर्क की पकड़ को दर्शाती है। यह कार्रवाई भारत और अमेरिका के मजबूत सहयोग और साझा सुरक्षा दृष्टिकोण की मिसाल है। आने वाले समय में यह केस आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।