पुणे न्यूज डेस्क: 3 अप्रैल (गुरुवार) पुणे के लोगों के लिए मुश्किल भरा रहने वाला है क्योंकि इस दिन पूरे शहर में कई इलाकों में जलापूर्ति बाधित रहेगी। बढ़ती गर्मी के बीच पानी की यह किल्लत लोगों की परेशानियां और बढ़ा सकती है। खासतौर पर पुणे के पूर्वी इलाकों में पानी की समस्या अधिक होगी क्योंकि भामा अस्खेड परियोजना को पूरे दिन जलापूर्ति नहीं मिलेगी। पुणे म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (PMC) ने अपने जलापूर्ति यूनिट और प्यूरिफिकेशन प्लांट में जरूरी मरम्मत कार्य करने का फैसला लिया है, जिससे कई इलाकों में पानी की सप्लाई पूरी तरह ठप रहेगी।
PMC द्वारा किए जा रहे इस मेंटेनेंस कार्य के तहत पार्वती, पुणे कैंटोनमेंट, होल्कर, वडगांव बुड्रुक, वर्जे और राजीव गांधी पम्पिंग स्टेशन जैसे प्रमुख जलापूर्ति केंद्रों पर मरम्मत की जाएगी। इन सभी केंद्रों से जुड़े इलाकों में 3 अप्रैल की सुबह से ही पानी की सप्लाई बंद रहेगी। नगर निगम के मुताबिक, मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद शुक्रवार, 4 अप्रैल की दोपहर या रात तक जलापूर्ति फिर से सामान्य हो जाएगी। हालांकि, शुरुआती घंटों में कई इलाकों में पानी का दबाव कम रह सकता है।
इस पानी बंदी का असर पुणे के पश्चिमी, मध्य, पूर्वी और उत्तर-पश्चिमी इलाकों में बड़े पैमाने पर देखने को मिलेगा। डेक्कन, शिवाजीनगर, सिंहगढ़ रोड, कोथरूड, औंध, बावधन, येरवडा, लोहागांव, विश्रांतवाड़ी, हड़पसर, खराडी और आईटी हब से जुड़े क्षेत्रों में पूरे दिन के लिए पानी की सप्लाई बंद रहेगी। PMC ने शहरवासियों को सलाह दी है कि वे पहले से ही पर्याप्त पानी स्टोर कर लें ताकि जल संकट के दौरान किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
नगर निगम ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस दौरान पानी के इस्तेमाल में सावधानी बरतें और अनावश्यक बर्बादी से बचें। जलापूर्ति दोबारा शुरू होने के बाद भी पानी का दबाव कुछ समय तक कम रह सकता है, इसलिए नागरिकों को धैर्य रखने की जरूरत होगी। PMC ने यह भी कहा है कि शहर में जल प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए समय-समय पर इस तरह के मेंटेनेंस कार्य किए जाते रहेंगे, जिससे भविष्य में जलापूर्ति बाधित न हो।