पुणे न्यूज डेस्क: पुणे की भोर तहसील के महाराणा प्रताप स्कूल नंबर एक में निरीक्षण के दौरान प्रशासन की टीम ने महिला शिक्षिका भारती मोरे को अनुपस्थित पाया। बिना किसी पूर्व स्वीकृति के छुट्टी पर होने के बावजूद उपस्थिति रजिस्टर में उनके फर्जी हस्ताक्षर पाए गए। अधिकारियों ने जब इस पर शिक्षिका से सफाई मांगी तो उनका जवाब संतोषजनक नहीं था। इसी के चलते प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया।
जांच के दौरान अधिकारियों ने यह भी पाया कि शिक्षिका ने अपनी जगह एक अन्य महिला को स्कूल में पढ़ाने के लिए रखा था। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, आरोपी शिक्षिका ने इसके लिए उस महिला को निश्चित रकम का भुगतान किया था। यह मामला छात्रों की सुरक्षा और शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर गंभीर चिंता का विषय बन गया। अधिकारियों ने इस गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को गंभीरता से लिया और तुरंत शिक्षिका पर कार्रवाई की।
प्रशासन के अनुसार, भारती मोरे को अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने, बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ने, किसी अन्य व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी सौंपने, छात्रों की शिक्षा में बाधा डालने और कक्षा की चाबियां किसी तीसरे को सौंपने के कारण निलंबित किया गया है। इस मामले से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है, और अधिकारियों ने सख्त चेतावनी दी है कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।