पुणे न्यूज डेस्क: पुणे में दो दिन पहले हुए एक सड़क हादसे में आर्मी से रिटायर्ड कैप्टन सुजीत कुमार उर्फ राजू की दर्दनाक मौत हो गई। 36 वर्षीय सुजीत कुमार महज तीन महीने पहले ही कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। जैसे ही उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव फखरपुर (अरवल) पहुंचा, वहां मातम छा गया। हादसे की सूचना मिलते ही परिजन व गांव के लोग पुणे रवाना हुए और बुधवार की रात उनका शव लेकर गांव लौटे। छठ के मौके पर जवान की अंतिम विदाई से पूरा इलाका गमगीन हो गया।
सुजीत कुमार ने 1994 में आर्मी जॉइन की थी और पूरी ईमानदारी से देश सेवा करते हुए समय के साथ प्रमोशन पाकर कैप्टन बने। रिटायरमेंट के बाद वे पुणे में ही अपने परिवार के साथ रह रहे थे और बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दे रहे थे। उनके दो बेटियां और एक बेटा है। पारिवारिक पृष्ठभूमि भी सम्मानजनक रही है — उनके पिता वसंत सिंह भी वर्षों तक बिहार के मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात थे और वहीं से रिटायर हुए।
बुधवार को जैसे ही उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, सैकड़ों की संख्या में आसपास के गांवों के लोग भी अंतिम दर्शन को उमड़ पड़े। फखरपुर गांव से भारी भीड़ के साथ उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। बेटे अझत सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस मौके पर जिले के जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। गांव में शोक की लहर है और हर कोई उनके निधन को एक बड़ी क्षति मान रहा है।