पुणे न्यूज डेस्क: रिलायंस इन्फ्रा पर लगे नए आरोप
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के पुणे-सतारा सिक्स लेन रोड टोल प्रोजेक्ट को लेकर नए विवाद सामने आए हैं। आरोप है कि कंपनी ने लोन चुकाने में चूक की है, जिसके चलते यह प्रोजेक्ट अब रिलायंस इन्फ्रा से छिन सकता है। एक्सिस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने इस मामले में रिलायंस पर लोन डिफॉल्ट करने का दावा किया है और परियोजना का नियंत्रण अपने हाथ में लेने के लिए नोटिस भेजा है।
बैंकों का नोटिस और आरोप
रिलायंस इन्फ्रा ने स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया कि उनकी सब्सिडियरी पुणे-सतारा रोड टोल प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को 26 दिसंबर को एक्सिस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने नोटिस भेजा है। इन बैंकों ने कंपनी को डीएसआरए डिफॉल्टर बताते हुए प्रोजेक्ट पर कब्जा जमाने की बात कही है। डीएसआरए डिफॉल्ट का मतलब है कि कंपनी ने कर्ज चुकाने में देरी की है।
कानूनी कदम उठाने की तैयारी
रिलायंस इन्फ्रा ने कहा है कि वे इस मामले में कानूनी सलाह ले रहे हैं और अपने हितों की रक्षा के लिए उचित कदम उठाएंगे। कंपनी ने यह भी कहा कि फिलहाल वह बैंकों के इन कदमों से होने वाले वित्तीय नुकसान का आकलन नहीं कर सकती है।
शेयर मार्केट पर असर
इस विवाद का असर रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के शेयरों पर भी पड़ा है। शुक्रवार को कंपनी के शेयर 1.2% गिरकर 298.50 रुपये पर बंद हुए। हालांकि, पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों में लगभग 50% की बढ़त देखने को मिली है।
अंतिम निर्णय का इंतजार
रिलायंस इन्फ्रा ने स्पष्ट किया है कि फाइनल आउटकम आने तक वित्तीय प्रभावों के बारे में कोई बयान देना संभव नहीं है। कंपनी ने भरोसा जताया है कि वह अपने हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी और इस मामले में उचित कदम उठाएगी।