पुणे न्यूज डेस्क: अक्टूबर 2025 में पुणे में वाहनों के रजिस्ट्रेशन में रिकॉर्ड वृद्धि देखने को मिली, जबकि शहर पहले से ही गंभीर ट्रैफिक जाम से जूझ रहा है। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण हिंदू त्योहारों—दशहरा और दिवाली—का सीजन और केंद्र सरकार द्वारा गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) में कटौती बताया जा रहा है। लोग नई दोपहिया और चारपहिया गाड़ियों की खरीद के लिए रश में दिखे, जिससे पुणे आरटीओ महाराष्ट्र का सबसे अधिक नए वाहन पंजीकरण करने वाला आरटीओ बन गया।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2025 में पुणे आरटीओ में 44,699 नए वाहन पंजीकृत हुए, जो राज्य में सबसे अधिक है। इसके बाद पिंपरी-चिंचवाड़ आरटीओ में 29,453 और नासिक आरटीओ में 22,740 नए वाहन पंजीकृत हुए। पूरे महाराष्ट्र में अकेले अक्टूबर में कुल 4.45 लाख नए वाहन पंजीकृत किए गए। जिला स्तर पर भी पुणे ने 80,213 नए वाहनों के साथ अग्रणी स्थान हासिल किया।
पिछले साल अक्टूबर 2024 की तुलना में नए वाहन पंजीकरण में पुणे में लगभग 4,000 की वृद्धि हुई है। दोपहिया वाहनों की बिक्री में सबसे अधिक उछाल देखा गया; अक्टूबर में कुल 29,788 नए दोपहिया वाहन और 10,500 नई कारें पंजीकृत की गईं। डिप्टी आरटीओ स्वप्निल भोसले ने कहा कि त्योहारों का मौसम और GST कटौती ने वाहन खरीद को बढ़ावा दिया। उन्होंने बताया कि कई लोग पहले खरीद स्थगित कर चुके थे और अब त्योहारी ऑफर्स और कम टैक्स का लाभ उठा रहे हैं।
हालांकि, इस वृद्धि से पहले से ही जाम से जूझ रहे पुणे की सड़कें और भी अधिक भरी रहेंगी। ट्रैफिक एनालिटिक्स कंपनी टॉमटॉम की 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, पुणे दुनिया के सबसे अधिक ट्रैफिक जाम वाले शहरों में तीसरे स्थान पर है। पिक आवर्स में छोटी दूरी तय करने में भी यात्री अधिक समय खर्च करते हैं। शहरवासियों का कहना है कि सार्वजनिक परिवहन और सड़क प्रबंधन में सुधार के बावजूद स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है।