ताजा खबर
शादी से बचने के लिए मंगेतर की हत्या की रची साजिश, 1.5 लाख में दी सुपारी, दुल्हन फरार   ||    एल्गर परिषद मामले में आरोपी महेश राउत को एलएलबी परीक्षा देने के लिए मिली अंतरिम जमानत   ||    Fact Check: पुलिसकर्मी ने सरेआम NCP नेता को जड़ा थप्पड़, साल 2013 का वीडियो हाल का बताकर वायरल   ||    इतिहास के पन्नों से: 5 अप्रैल का दिन – एक ऐतिहासिक यात्रा   ||    POEM-4 ने पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश किया: इसरो   ||    रेलवे परियोजनाओं से कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा: पीएम मोदी   ||    कनाडा में भारतीय नागरिक की चाकू घोंपकर हत्या   ||    Modi in Sri lanka: पीएम मोदी का श्रीलंका में भव्य स्वागत, तोपों से दी गई सलामी; कई समझौतों पर लग सकत...   ||    बुरी तरह घायल हुए इमाम उल हक, सीधे जबड़े पर जाकर लगा थ्रो; एम्बुलेंस में ले जाया गया बाहर   ||    IPL 2025: LSG से हारने के बाद रोने लगे हार्दिक पांड्या? वायरल हुई MI के कप्तान की तस्वीर   ||   

पुणे पोर्श हादसा: लापरवाही बरतने पर दो पुलिसकर्मी बर्खास्त हो सकते हैं

Photo Source : Google

Posted On:Saturday, March 29, 2025

पुणे न्यूज डेस्क: पुणे में पिछले साल 19 मई को हुई पोर्श दुर्घटना के मामले में दो पुलिस अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है। पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने जानकारी दी कि महाराष्ट्र गृह विभाग को एक प्रस्ताव भेजा गया है, जिसमें इन दोनों निलंबित अधिकारियों को बर्खास्त करने की सिफारिश की गई है। येरवडा पुलिस थाने में तैनात निरीक्षक राहुल जगदाले और सहायक पुलिस निरीक्षक विश्वनाथ टोडकरी को मामले की रिपोर्ट दर्ज करने में देरी और लापरवाही बरतने के आरोप में पहले ही निलंबित किया जा चुका है। जांच में सामने आया कि दुर्घटना रात 2 बजे हुई थी, लेकिन किशोर चालक के रक्त के नमूने सुबह 11 बजे लिए गए, जिससे महत्वपूर्ण सबूत प्रभावित हो सकते थे।

यह हादसा पुणे के कल्याणी नगर इलाके में हुआ था, जहां 17 वर्षीय किशोर, जो कथित तौर पर नशे में था, अपनी पोर्श कार से मोटरसाइकिल सवार दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को कुचल दिया था। शुरुआती जांच में आरोप लगा कि पुलिस ने एक स्थानीय नेता के प्रभाव में आकर आरोपी के प्रति नरमी दिखाई थी। किशोर को पहले जमानत मिल गई थी और उसे सड़क सुरक्षा पर 300 शब्दों का निबंध लिखने के लिए कहा गया था, जिससे विवाद खड़ा हो गया। बाद में उसे फिर से हिरासत में लिया गया, लेकिन बंबई हाई कोर्ट ने उसकी रिहाई के आदेश दिए।

जांच में यह भी सामने आया कि ससून सरकारी अस्पताल में किशोर और उसके दोस्तों के रक्त के नमूने बदलने की कोशिश की गई थी, जिससे यह छुपाया जा सके कि वे नशे में थे। इस साजिश में शामिल कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जो अभी भी न्यायिक हिरासत में हैं। यह मामला पुलिस और प्रशासन में प्रभावशाली लोगों के दखल का बड़ा उदाहरण बन गया, जिसके चलते अब इन लापरवाह अधिकारियों की बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.