पुणे न्यूज डेस्क: नगर परिषद और नगर पंचायत में 6,34,940 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें से 17,000 मतदाता दोहरे हैं। जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी ने बताया कि दोहरे मतदाताओं के नाम एक ही स्थान पर रखे जाएंगे ताकि चुनाव प्रक्रिया में कोई भ्रम न हो। यह जानकारी उन्होंने राज्य चुनाव आयोग द्वारा नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों की घोषणा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
राज्य चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, नगर परिषदों में दो सदस्यीय प्रत्यक्ष अध्यक्ष वाले 900 से 1000 मतदाताओं के लिए एक मतदान केंद्र और तीन सदस्यीय प्रत्यक्ष अध्यक्ष वाले 800 से 900 मतदाताओं के लिए एक केंद्र निर्धारित किया गया है। नगर पंचायतों में एक सदस्यीय प्रत्यक्ष अध्यक्ष वाले 1000 से 1100 मतदाताओं के लिए एक मतदान केंद्र बनाया गया है। पुणे जिले की 14 नगर परिषदों और तीन नगर पंचायतों के आगामी आम चुनावों के लिए सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। भूतल पर स्थित केंद्रीय मतदान केंद्रों पर बिजली, पेयजल, शौचालय, रैम्प और आवश्यक फर्नीचर जैसी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा कुल छह उपजिला कलेक्टरों को चुनाव निर्णय अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है, जबकि 11 तहसीलदारों को चुनाव निर्णय अधिकारी बनाया गया है। हर नगर परिषद और नगर पंचायत के लिए मुख्य अधिकारी ने सहायक रिटर्निंग अधिकारी भी नियुक्त किए हैं और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सहायक रिटर्निंग अधिकारी भी तैनात किए जाएंगे।
प्रत्येक मतदान केंद्र के लिए कुल 810 मतदान केंद्र अध्यक्ष और 3240 अन्य मतदान अधिकारी तैनात किए जाएंगे। जिला प्रशासन की जानकारी के अनुसार, वर्तमान में निष्कासन सूची में 3,000 लोगों का नाम है। इस मामले में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा ताकि सभी मतदाता सुनिश्चित रूप से अपने मत का प्रयोग कर सकें और चुनाव प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न हो।