पुणे न्यूज डेस्क: दिल्ली में हुए बम धमाके के बाद देशभर की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। इसी कड़ी में पुणे एटीएस को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पुणे एटीएस से रिपोर्ट मांगी है कि शहर में कितने कश्मीरी, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिक रह रहे हैं। एनआईए यह जांच कर रही है कि कहीं दिल्ली धमाके की साजिश के कुछ तार महाराष्ट्र, खासकर पुणे से तो नहीं जुड़े हैं।
हाल ही में पुणे एटीएस ने कोंढवा इलाके में बड़ी कार्रवाई करते हुए 18 संदिग्धों के घरों की तलाशी ली थी, जिसमें जुबैर नामक युवक को देशविरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि जुबैर का अलकायदा से संबंध था, जिसके चलते उसे कस्टडी में रखा गया है। अब एटीएस इस बात की जांच में जुटी है कि क्या इन संदिग्धों का दिल्ली बम ब्लास्ट से कोई सीधा या अप्रत्यक्ष संबंध तो नहीं है।
पुणे पुलिस की विशेष शाखा को भी जम्मू-कश्मीर, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले लोगों की पूरी जानकारी जुटाने के निर्देश दिए गए हैं। तकनीकी विश्लेषण के जरिए यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं पुणे से किसी का संपर्क दिल्ली धमाके से जुड़े आरोपियों से तो नहीं था। एनआईए देशभर में उन इलाकों पर नजर रख रही है, जहां संदिग्ध लोग किराए पर रह रहे हैं या किसी स्थानीय नेटवर्क से जुड़े हैं।
एहतियातन पुणे पुलिस ने शहर के मुख्य सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। रेलवे स्टेशन, शिवाजीनगर बस स्टैंड, स्वारगेट, हड़पसर और विमाननगर जैसे इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी रखी जा रही है। पुलिस ने होटल, लॉज, होस्टल और मकान मालिकों से अपील की है कि वे किराएदारों और आगंतुकों की पूरी जानकारी साझा करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।