पुणे न्यूज डेस्क: पुणे जिले के जुन्नर तालुका के कुमशेत गांव में तेंदुए ने एक 6 साल के बच्चे की जान ले ली। बच्चा सुबह घर के बाहर बैठकर पढ़ाई कर रहा था, तभी तेंदुआ उसे खींचकर ले गया। कुछ समय बाद परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की और घर से थोड़ी दूरी पर उसका शव मिला। मृतक की पहचान सिद्धार्थ प्रवीण केदार के रूप में हुई है, जिसके माता-पिता दिहाड़ी मजदूर हैं।
वन विभाग ने घटना के बाद इलाके में कड़ी निगरानी शुरू कर दी है और तेंदुए को पकड़ने के लिए 10 पिंजरे लगाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम में साफ हुआ है कि बच्चे की मौत तेंदुए के हमले से हुई चोटों के कारण हुई। साथ ही, पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
यह पहली घटना नहीं है। अप्रैल 2025 में भी पुणे जिले के शिरूर तालुका में तेंदुए ने एक 85 वर्षीय महिला की जान ले ली थी। पिछले साल जिले में मानव-तेंदुआ संघर्ष की वजह से आठ लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से पांच बच्चे थे। यह पिछले दो दशकों में दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। इसी कारण वन विभाग ने कई गांवों में रेड अलर्ट जारी किया था और ग्रामीणों को सुबह और शाम के समय सतर्क रहने की सलाह दी थी।
वन विभाग के अनुसार, जुन्नर इलाके में तेंदुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी वजह से मानव और तेंदुए के बीच संघर्ष बढ़ रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए राज्य वन विभाग ने केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें 36 मादा और 11 नर तेंदुओं की नसबंदी कर उनकी आबादी नियंत्रित करने की योजना शामिल है।