पुणे न्यूज डेस्क: पुणे के नागरिकों के लिए राहत की खबर है। खासकर हिंजेवाड़ी आईटी पार्क जाने वाले हजारों कर्मचारियों को जल्द ट्रैफिक की झंझट से छुटकारा मिल सकता है। मान-हिंजेवाड़ी से शिवाजीनगर तक की मेट्रो लाइन के एक हिस्से का पहला ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। पीएमआरडीए के अनुसार, यह ट्रायल मान डिपो से पीएमआर 4 स्टेशन तक किया गया और यह हिंजेवाड़ी-शिवाजीनगर के 23.3 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर का हिस्सा है।
इस मेट्रो लाइन की प्रगति तेजी से हो रही है। करीब 87 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और बाकी कार्य अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि मार्च 2026 तक यह रूट आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। मेट्रो शुरू होने से सड़क यातायात के बोझ में भारी कमी आने की संभावना है, जिससे रोजाना ऑफिस जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
इस मेट्रो रूट में कुल 23 स्टेशन होंगे, जो हिंजेवाड़ी से लेकर शिवाजीनगर तक फैले होंगे। यह लाइन खासतौर पर आईटी प्रोफेशनल्स के लिए मददगार होगी, क्योंकि हिंजेवाड़ी इन्फोटेक पार्क में एक लाख से अधिक लोग कार्यरत हैं। यह भारत का पहला मेट्रो प्रोजेक्ट है जिसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत विकसित किया जा रहा है। टाटा और सीमेंस की साझेदारी में इसे "पुणे आईटी सिटी मेट्रो रेल लिमिटेड" के तहत बनाया जा रहा है।
मेट्रो की गति अधिकतम 80 किलोमीटर प्रति घंटे होगी और प्रत्येक ट्रेन में लगभग एक हजार यात्री सफर कर सकेंगे। परियोजना की शुरुआत नवंबर 2021 में हुई थी और अब तक चार मेट्रो ट्रेनें प्रोजेक्ट को मिल चुकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में यह मेट्रो पुणे के ट्रैफिक सिस्टम को पूरी तरह बदल देगी।