पुणे न्यूज डेस्क: वैष्णवी हगवणे आत्महत्या केस में जेल में बंद राजेंद्र हगवणे की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। अब पिंपरी चिंचवाड़ पुलिस ने उनके खिलाफ एक और नया मामला दर्ज किया है। इस बार हगवणे और उनके परिवार पर एक शख्स से धोखाधड़ी करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा है।
16 मई को पुणे के बावधन इलाके में वैष्णवी ने आत्महत्या कर ली थी। उसके मायके वालों का आरोप था कि वैष्णवी को ससुराल वालों ने दहेज के लिए परेशान किया, जिसकी वजह से उसने ये कदम उठाया। इस केस के तूल पकड़ने पर एनसीपी ने राजेंद्र हगवणे को पार्टी से निकाल दिया था। तब से वे जेल में हैं और परिवार के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
अब एक नया मोड़ सामने आया है, जब प्रशांत येलवांडे नाम के शख्स ने पुलिस में शिकायत की। येलवांडे ने बताया कि उसने 2022 में हगवणे परिवार से 24 लाख में एक बुलडोजर खरीदा था, जिसके लिए पांच लाख रुपये दिए और बाकी किश्तों में चुकाने की बात हुई। उन्होंने EMI के तौर पर हगवणे की पत्नी लता के खाते में 6.70 लाख रुपये भी भेजे, लेकिन हगवणे परिवार ने बैंक की किस्तें नहीं चुकाईं, जिससे मशीन जब्त हो गई।
येलवांडे का आरोप है कि मशीन छुड़वाने के बाद भी उसे वापस नहीं दी गई। जब उसने पैसे या मशीन मांगने की कोशिश की तो शशांक हगवणे ने उसे बंदूक दिखाकर डराया और दोबारा पैसे मांगने से मना किया। इसके बाद येलवांडे ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर राजेंद्र हगवणे, उनकी पत्नी लता और बेटे शशांक पर नया केस दर्ज हुआ है। इसी बीच, आत्महत्या केस में अदालत ने शशांक, लता और करिश्मा हगवणे को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।