पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र में बीजेपी सांसद मेधा कुलकर्णी ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। बीते शनिवार को उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पुणे के एक इलाके में हरे रंग की दीवार को भगवा रंग में रंग दिया। इस कदम के बाद राजनीतिक गलियारों में हंगामा शुरू हो गया। विपक्षी दलों ने मेधा कुलकर्णी और भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
साजिश का आरोप
मेधा कुलकर्णी ने इस कदम को एक साजिश का हिस्सा बताया। उन्होंने दावा किया कि दीवार को जानबूझकर हरे रंग में रंगा गया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने एक पोस्ट कर इस घटना की जानकारी दी। पोस्ट में उन्होंने दीवार को रंगने की तस्वीरें भी शेयर कीं और लिखा कि सदाशिव पेठ इलाके में एक दीवार को हरे रंग से रंगा गया और वहां अगरबत्ती और फूल रखे गए थे।
दीवार पर भगवा रंग का तर्क
मेधा कुलकर्णी ने लिखा कि उन्होंने अपने सहयोगियों संग्राम ढोले पाटिल, संकेत मेहंदले और यशपाल जाधव के साथ मिलकर उस दीवार को भगवा रंग से रंग दिया। उन्होंने इसे मजेदार बताते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की। उनका कहना है कि पुणे ही नहीं, महाराष्ट्र के कई हिस्सों में इस तरह की गतिविधियां बढ़ रही हैं।
विपक्ष का भाजपा पर हमला
इस घटना के बाद विपक्ष ने भाजपा और मेधा कुलकर्णी पर जमकर निशाना साधा। शिवसेना (यूबीटी) की नेता सुषमा अंधारे ने इसे बचकाना हरकत बताया और भाजपा की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि क्या भाजपा महिला सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों पर भी इतनी ही चिंता दिखाती है, जितनी दीवार पेंट करने में दिखाई गई।
सियासी विवाद बढ़ता जा रहा
मेधा कुलकर्णी के ट्वीट के बाद से ही यह मामला तूल पकड़ रहा है। शिवसेना नेताओं ने सुझाव दिया कि अगर जनप्रतिनिधि इस तरह के कदम उठाना चाहते हैं, तो उन्हें राजनीति छोड़कर धार्मिक गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए। इस विवाद ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से भाजपा बनाम विपक्ष की बहस को हवा दे दी है।