पुणे न्यूज डेस्क: पुणे में मई में हुई पोर्श कार दुर्घटना में शामिल किशोर चालक के दोस्त के पिता ने बुधवार को अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। इस दुर्घटना में दो लोगों की जान चली गई थी।
उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को अरुण कुमार देवनाथ सिंह की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। आरोप है कि सिंह ने अपने बेटे के रक्त के नमूने बदल दिए थे, ताकि यह छिपाया जा सके कि उसका बेटा नाबालिग चालक के साथ दुर्घटना के समय नशे में था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंह फरार था और उसने उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी। दोनों अदालतों ने अभियोजन पक्ष की बात मानी, जिसमें कहा गया था कि सिंह के फरार होने से जांच में रुकावट आ रही है। अंततः सिंह ने अदालत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।