ताजा खबर
जल्द भारत की सड़कों पर दौड़ेगी Tesla Model Y, मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर टेस्टिंग के दौरान दिखी झलक   ||    मुंबई-पुणे के युवाओं को निशाना बना रही लॉरेंस बिश्नोई गैंग, सोशल मीडिया से बढ़ा रही नेटवर्क   ||    नेपाल में 1.76 किलो अवैध सोना और 18 किलो से ज्यादा चांदी रखने के आरोप में 9 भारतीय गिरफ्तार, ऐसे आए ...   ||    Iran-US Nuclear Talks: रोम में होगी ईरान-अमेरिका में दूसरे दौर की परमाणु वार्ता, जानें ब्यौरा   ||    Time Magazine की टॉप 100 लिस्ट में ट्रंप और यूनुस का नाम शामिल, नहीं मिली किसी भारतीय को जगह   ||    ईरान के पास भी अब होगा परमाणु बम! इन 9 देशों के पास पहले से ही है, जानें किसके पास कितनी संख्या   ||    अमेरिका और साउथ कोरिया की इस हरकत पर भड़का उत्तर कोरिया, दी जवाबी कार्रवाई की धमकी   ||    ट्रंप के खिलाफ कोर्ट पहुंचे भारतीय समेत 4 छात्र, जानें क्या है पूरा मामला   ||    Mahadev Betting App से लिंक पर क्या बोला EaseMyTrip? ईडी ने की थी छापेमारी   ||    वक्फ कानून के 3 प्रावधान कौनसे जिन पर छिड़ी बहस, आज सुप्रीम कोर्ट में फिर सुनवाई   ||   

आंबेडकरी विचारधारा के समर्थकों ने महायुति के खिलाफ ली प्रतिज्ञा, विधानसभा चुनाव में वोट न देने का किया ऐलान

Photo Source : Aaj Tak

Posted On:Wednesday, November 6, 2024


पुणे न्यूज डेस्क: लोकसभा चुनाव में संविधान के संशोधन की आशंका से भाजपा महायुति से अलग हुई, और अब विधानसभा चुनाव में भी आंबेडकरी आंदोलन के समर्थक महायुति से दूर रहते हुए विरोध का संकेत दे रहे हैं। खासकर रिपब्लिकन पार्टी (आठवले गुट) के कुछ नेताओं ने महायुति के खिलाफ सामूहिक प्रतिज्ञा ली है, जिसमें उन्होंने महायुति को वोट न देने का संकल्प लिया। पुणे में आरपीआई के पदाधिकारियों ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के सामने महायुति के खिलाफ यह शपथ ली, क्योंकि महायुति ने विधानसभा चुनाव में आरपीआई को एक भी सीट नहीं दी।

इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पूर्व उपमहापौर डॉ. सिद्धार्थ धेंडे ने आंबेडकरी कार्यकर्ताओं को शपथ दिलाई, जिसमें प्रमुख रूप से एड. अयूब शेख, फरजाना शेख, मौलाना कारी मोबशीर अहमद समेत अन्य आरपीआई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। डॉ. धेंडे ने कहा कि महायुति ने आरपीआई को उचित सम्मान नहीं दिया, जिसके कारण आंबेडकरी समुदाय में गहरी नाराजगी है। उन्होंने यह भी बताया कि आरपीआई पदाधिकारी और अन्य कार्यकर्ता अब महायुति को वोट न देने की शपथ ले चुके हैं।

इस बीच, एड. अयूब शेख ने भी आरोप लगाया कि चुनावों में दलित और मुस्लिम मतदाताओं का समर्थन लिया जाता है, लेकिन चुनाव के बाद उनकी अनदेखी की जाती है। उन्होंने कहा कि इस कारण आंबेडकरी विचारधारा वाले सभी नागरिक महायुति के खिलाफ एकजुट हो गए हैं और यह शपथ ली है कि वे जातिवादी ताकतों को सत्ता में नहीं आने देंगे।

प्रतिज्ञा के रूप में, सभी आंबेडकरी विचारधारा वाले मतदाताओं ने घोषणा की कि वे महायुति के उम्मीदवारों का समर्थन नहीं करेंगे और अपनी वोटिंग का समर्थन नील झंडा और आंबेडकरी विचारधारा की पार्टी को देंगे।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.