पुणे न्यूज डेस्क: पुणे में लगातार बढ़ रहे अपराधों ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना को चिंतित कर दिया है। पार्टी ने शहर में हो रही हत्याओं, गैंगवार और ‘कोयता गैंग’ की घटनाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब पुणे में अपराध आम बात बन गई है। शिवसेना ने पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार की निष्क्रियता को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है और कहा कि शहर में लोगों के बीच डर का माहौल बन चुका है।
शिवसेना ने हाल ही में कोंढवा में हुए युवक गणेश काले की दिनदहाड़े हत्या का जिक्र किया, जो आंदेकर और कोमकर गिरोह के बीच चल रहे गैंगवार का नतीजा बताई जा रही है। मारे गए गणेश, वनराज आंदेकर की हत्या के आरोपी समीर काले के भाई थे। पार्टी ने मांग की है कि पुलिस इस पूरे मामले की जांच गैंगवार के एंगल से करे और इसमें शामिल सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
‘सामना’ में छपे एक लेख में शिवसेना ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पुणे अब ‘मर्डर हब’ बन गया है। पार्टी ने सवाल उठाया कि आखिर पुलिस अपराधियों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही और क्यों राजनीतिक दबाव के चलते अपराधियों को खुली छूट दी जा रही है। शिवसेना ने यह भी तंज कसा कि मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग होने के कारण क्या उपमुख्यमंत्री अजित पवार के “टायर पंक्चर” हो गए हैं।
पार्टी ने पुणे के नेताओं और अपराधियों के बीच बढ़ती नजदीकियों पर भी सवाल उठाए हैं। शिवसेना का कहना है कि कुछ जनप्रतिनिधियों के अपराधियों से संबंध शहर में अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं। पार्टी ने राज्य सरकार से मांग की है कि पुलिस को राजनीतिक प्रभाव से मुक्त किया जाए और पुणे में कानून व्यवस्था मजबूत करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।