पुणे न्यूज डेस्क: पुणे में पुलिस ने एक स्थानीय बीजेपी पदाधिकारी समेत छह लोगों को जुआ खेलने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई एक छापेमारी के दौरान की गई, जिसके बाद बीजेपी ने आरोपी पदाधिकारी को पार्टी से निष्कासित कर दिया। पुलिस का कहना है कि मामले में मिले सबूतों के आधार पर आगे सख्त कार्रवाई की जाएगी। राजनीतिक संबंधों के कारण यह मामला स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
इसी बीच, शहर में एक निजी त्रासदी ने सबको झकझोर दिया। पूर्व पुणे पार्षद श्याम मंकार की बेटी, शीतल विजय शिंदे, का 19 जनवरी को फेफड़ों की फाइब्रोसिस के कारण निधन हो गया। यह बीमारी कबूतरों की बीट से हुए संक्रमण के कारण हुई थी। 2017 में उन्हें लगातार खांसी की समस्या शुरू हुई, जिसके बाद डॉक्टरों ने उनके इलाके में कबूतरों के घोंसले होने की बात बताई। पुणे और मुंबई के कई बड़े अस्पतालों में इलाज कराने के बावजूद उनकी हालत बिगड़ती गई और अंत में उन्हें 24 घंटे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रहना पड़ा।
श्याम मंकार अब लोगों को कबूतरों के खतरे के बारे में जागरूक करने के अभियान में जुट गए हैं। उनका कहना है कि कबूतरों की बीट सूखने के बाद बारीक पाउडर बन जाती है, जो हवा में फैलकर गंभीर सांस की बीमारियां पैदा करती है। यहां तक कि दो बार घर बदलने के बाद भी संक्रमण बना रहा। मंकार का मानना है कि कबूतर प्रकृति का हिस्सा हैं और खुद अपना भोजन खोजने में सक्षम हैं, लेकिन शहरों में लोगों द्वारा उन्हें अधिक खिलाने से उनकी संख्या असामान्य रूप से बढ़ रही है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य को नुकसान हो रहा है।