पुणे न्यूज डेस्क: पुणे के राजीव गांधी प्राणी उद्यान में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां छह दिनों के भीतर 15 चित्तीदार हिरणों की रहस्यमयी मौत ने वन विभाग और प्रशासन की नींद उड़ा दी है। 7 जुलाई से शुरू हुई मौतों का सिलसिला 12 जुलाई तक चला, जिसमें 14 मादा और 1 नर हिरण काल के गाल में समा गए।
हालांकि बीते दो दिनों से कोई नई मौत नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन किसी भी संक्रमण के खतरे से बचने के लिए सतर्क हो गया है। चिड़ियाघर में जैव सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं — चारा पहुंचाने के लिए अलग-अलग वाहन, हर हिरण के लिए विशेष देखभाल करने वाला, और पूरे परिसर की ब्लीचिंग कराई गई है। मृत हिरणों के विसरा नमूने जांच के लिए भेज दिए गए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है।
चिड़ियाघर प्रशासन ने बाकी बचे हिरणों के इलाज और देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्हें एंटीबायोटिक दिए जा रहे हैं और अन्य प्रजातियों से अलग कर कड़ी निगरानी में रखा गया है। हालांकि अब तक मौत का ठोस कारण सामने नहीं आया है, लेकिन सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं।
इस घटना ने वन्यजीव प्रेमियों और नगर निगम दोनों को चिंता में डाल दिया है। उम्मीद है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।