पुणे न्यूज डेस्क: पुणे जिले के निगुडाघर गांव की 12 साल की अदिति पारथे ने मेहनत और लगन की मिसाल कायम की है। सीमित संसाधनों और मुश्किल हालातों के बावजूद अदिति अब अमेरिका में नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) के दौरे पर जा रही हैं। यह सफर उनके लिए सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि सपनों के सच होने की कहानी है।
पुणे के ग्रामीण स्कूलों के 25 छात्रों को NASA की इस विशेष शैक्षणिक यात्रा के लिए चुना गया है, जिनमें अदिति भी शामिल हैं। उनके पिता पुणे में दिहाड़ी मजदूर हैं, और घर में न तो स्मार्टफोन है और न ही लैपटॉप। यहां तक कि अदिति के स्कूल में कंप्यूटर भी काम नहीं करते। इसके बावजूद उन्होंने अपने हौसले और लगन से वह मुकाम हासिल किया, जहां पहुंचना कई लोगों का सपना होता है।
रिपोर्ट के अनुसार यह NASA टूर जिला परिषद और इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (IUCAA) की संयुक्त पहल है। अदिति ने तीन चरणों की कठिन परीक्षा पास की — एमसीक्यू राउंड, ऑनलाइन टेस्ट और अंत में इंटरव्यू। इस दौरान उनसे गणित और विज्ञान से जुड़े सवाल पूछे गए। उनकी शिक्षिका वर्षा कुठवाड़ ने बताया कि अदिति न केवल पढ़ाई में, बल्कि खेल, भाषण और नृत्य में भी उत्कृष्ट हैं।
अदिति की मौसी, जिन्होंने उन्हें बचपन से पाला है, ने कहा कि परिवार ने कभी हवाई जहाज भी नहीं देखा था। अब अदिति अमेरिका जाकर नासा के वैज्ञानिकों से मिलेगी, वहां के कामकाज को समझेगी और भारत का नाम रोशन करेगी। अदिति ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि उनका चयन हुआ है, तो उनकी मां ने खुशी में उन्हें 15 बार फोन किया। यह पल उनके जीवन का सबसे बड़ा उपहार बन गया।