पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां घर के सामने पेशाब करने से रोकने पर एक महिला की जान चली गई। यह घटना पुणे के लोनी कालभोर इलाके की है, जहां शीतल अक्षय चव्हाण नाम की महिला की हत्या का मामला सामने आया है। महिला के पति अक्षय ने कुछ युवकों को घर के पास पेशाब करने से रोका था, जिसके बाद विवाद हुआ और स्थिति बढ़ते हुए पत्थरबाजी और गोलीबारी तक पहुंच गई। इस हमले में शीतल चव्हाण गंभीर रूप से घायल हो गईं और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
घटना 27 दिसंबर 2024 को सुबह के समय की है, जब पुणे-सोलापुर हाईवे पर स्थित थेउर इलाके के एक होटल के पास कुछ युवक कार से उतरे। कुछ युवक सार्वजनिक स्थान पर पेशाब करने लगे, जिसे अक्षय ने रोकने की कोशिश की। इस पर दोनों पक्षों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। आरोपियों ने अक्षय और उनके परिवार पर पथराव किया और एक आरोपी ने हवा में गोली चला दी। इस हमले में शीतल गंभीर रूप से घायल हो गईं और उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लोनी कालभोर पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। शीतल चव्हाण की मौत के बाद परिवार में शोक की लहर है और उनके परिजन गहरे सदमे में हैं। शीतल के पति अक्षय ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने पूरी घटना की जानकारी दी। डीसीपी राजकुमार शिंदे ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शीतल के परिवार के लिए यह घटना एक बड़ी त्रासदी बन गई है, क्योंकि उनका परिवार पहले ही इस स्थान पर सुरक्षित महसूस करता था, जहां अक्षय चव्हाण सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे। हालांकि, यह घटना एक सामान्य विवाद से बढ़कर हिंसा में बदल गई, जिसमें एक निर्दोष महिला की जान चली गई। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और आरोपियों को जल्द ही न्याय के कठघरे में लाने का प्रयास कर रही है।
इस घटना ने समाज में सार्वजनिक स्थानों पर शांति बनाए रखने की आवश्यकता को और अधिक उजागर किया है, खासकर उन स्थानों पर जहां लोग सुरक्षित महसूस करते हैं। इस प्रकार की घटनाओं से यह संदेश मिलता है कि छोटी-सी बहस भी कभी-कभी हिंसा का रूप ले सकती है, जिससे अनमोल जिंदगियों की कीमत चुकानी पड़ती है।