पुणे न्यूज डेस्क: पुणे के नाना पेठ इलाके में गणपति विसर्जन से ठीक पहले शुक्रवार शाम को हुई गोलीबारी ने पूरे शहर को हिला दिया। इस गैंगवार में गोविंद कोमकर की मौके पर ही मौत हो गई। गोविंद, 2024 में हुई हाई-प्रोफाइल हत्या केस के आरोपी गणेश कोमकर का बेटा था। पुलिस के मुताबिक अज्ञात हमलावरों ने उस पर तीन गोलियां चलाईं और फरार हो गए। इस घटना ने पुणे में संगठित अपराध और गैंगवार की आशंकाओं को और बढ़ा दिया है।
यह वारदात ठीक उस समय हुई है जब एनसीपी के पूर्व कॉरपोरेटर वनराज आंदेकर की हत्या की पहली बरसी नजदीक है। पिछले साल 1 सितंबर 2024 को नाना पेठ में ही वनराज आंदेकर को घर के पास गोली मार दी गई थी। उस हत्या में दर्जनभर हमलावर शामिल थे और बाद में 21 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी, जिनमें आंदेकर की बहन संजीवनी कोमकर, उनके पति और गैंगस्टर सोमनाथ गायकवाड़ का नाम भी सामने आया था।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ था कि वनराज की हत्या लंबे समय से चले आ रहे संपत्ति विवाद के चलते हुई थी। बताया गया था कि वनराज ने अतिक्रमण-विरोधी अभियान में अपनी बहन की दुकान तुड़वा दी थी, जिसके बाद बदले की कार्रवाई की गई। हाल ही में पुलिस ने वनराज के समर्थकों की एक बदले की साजिश को भी विफल किया था।
गोविंद की हत्या ने एक बार फिर शहर को गैंगवार के खतरे से दो-चार करा दिया है। डीसीपी निखिल पिंगले ने बताया कि हमले के पीछे वनराज आंदेकर के भतीजे का हाथ हो सकता है। फिलहाल क्राइम ब्रांच की छह टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हैं। पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई है और लोगों से त्योहार के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की है।